पुंछ और राजौरी टेरर (Poonch and Rajouri Terror) अटैक को अंजाम देने के बाद आतंकवादी कुछ बड़ा करने की फिराक में हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) के वरिष्ठ अधिकारियों को चेतावनी दी है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जम्मू-कश्मीर में तैनात अधिकारियों के घरों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। साथ ही आतंकियों (terrorists) का निशाना एनआईए के कार्यालय भी हैं।
इससे पहले, खुफिया एजेंसियों ने बारामूला से कुपवाड़ा, सोपोर और बांदीपोरा (Baramulla to Kupwara, Sopore and Bandipora) की ओर जाने वाले काफिले के मार्गों पर IED विस्फोटों को अंजाम देकर सुरक्षा बलों पर हमला करने की LeT और JeM आतंकवादियों की योजना पर इनपुट साझा किया था।
हमले की फिराक में आतंकी
सूत्रों ने जानकारी दी है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को आतंकियों की बड़ी साजिश का पता लगा है। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मिलकर जम्मू कश्मीर में तैनात अधिकारियों के घरों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। साथ ही इनका निशाना एनआईए के दफ्तर भी हैं।
जी-20 बैठक पर भी आतंकियों की नजर
एक केंद्रीय खुफिया अधिकारी के अनुसार, (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) आईएसआई ने श्रीनगर में आगामी जी20 बैठक के विवरण का पता लगाने की भी कोशिश की। ISI के इशारे पर, भारत विरोधी लॉबी समूह और कट्टरपंथी तत्व जम्मू-कश्मीर में G20 की मेजबानी के खिलाफ प्रचार में लिप्त हैं।
पिछले महीने, जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भीमबेर गली-सुरनकोट रोड पर भट्टा डूरियन के पास आतंकवादियों ने एक ट्रक पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। कुछ ही दिन बाद राजौरी टेरर अटैक में 5 जवानों की शहादत हुई। हालांकि सेना बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाकर एक आतंकी को ढेर कर चुकी है। जबकि, बड़ी संख्या में गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।