एक मां हमेशा अपने बच्चों के लिए बलिदन देने के लिए तैयार हो जाती है. फिर चाहे उसे किसी भी हद तक क्यों न जाना पड़ा. आज हम आपको एक ऐसी ही मां के बारे में बताएंगे जिसने अपने बच्चों के लिए सुहाग की निशानी को गिरवी रख दिया और जब मामला बढ़ा तो दुकानदार ने महिला को उसकी सुहाग की निशानी वापस दे दी. पर महिला के इस कदम से लोग हैरान है. क्योंकि ऐसा मामला शायद ही आपने कहीं देखा होगा.
मां का बलिदान
हम सब जानते हैं कि, कोरोना वायरस के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए देशभर के स्कूल, कॉलेज बंद है. ऐसे में बच्चों की ऑनलाइन ही क्लास चल रही है. पर मुश्किल उन गरीब बच्चों के लिए है जिनके पास न तो स्मार्टफोन है और न ही कंप्यूटर या लैपटॉप. ऐसे में मां ने बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए अपने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र को गिरवीं रखने का फैसला लिया जिससे टीवी खरीदी जा सके.
मंगलसूत्र के पैसों से खरीदी टीवी
दरअसल, महिला के बच्चे दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाली कक्षाओं को देखकर अपनी पढ़ाई करते थे. इसके लिए बच्चों को दूसरों के घर जाना पड़ता था. महिला का पति मुत्तप्पा दिहाड़ी मजदूरी करता है लेकिन कोरोना की वजह से उसे भी काम नहीं मिल रहा था. ऐसे में पत्नी ने अपना 12 ग्राम सोने के मंगलसूत्र को टेलीविजन सेट खरीदने के लिए गिरवी रख दिया. जिससे उसके चारों बच्चों की पढ़ाई हो सके.
मामला कर्नाटक के गडग जिले के नागानुर गांव का है. पर महिला कस्तूरी चलवदी के बारे में जब तहसीलदार को हुई तो उसने फौरन अधिकारियों को मामले की जांच करने को कहा. दूसरी तरफ मामला बढ़ते देख उस शख्स ने महिला को उसका मंगलसूत्र वापस कर दिया जिसके पास उसने गिरवी रखा था. शख्स ने महिला से कहा कि, जब उसके पास पैसे हों वो तब लौटा दे लेकिन मंगलसूत्र वापस रख ले.
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला के बच्चे कक्षा 7 और 8 में पढ़ते हैं. बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है. गांव वालों को महिला की स्थिति पता चली तो उन्होंने भी आगे बढ़कर महिला की मदद की और राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस विधायक जमीर अहमद ने 50000 और मंत्री सीसी पाटिल ने 20000 रुपये परिवार को दिए. महिला और उसका परिवार खुश है उनका कहना है कि, हमें सब लोगों से मदद मिली इसके लिए हम दिल से आभारी हैं.