इलेक्ट्रिक अप्लायंस मैन्युफैक्चरर वी-गार्ड इंडस्ट्रीज (V-Guard Industries) के प्रमोटर और चेयरमैन एमेरिटस कोचोउसेफ चित्तिलापिल्ली (Kochouseph Chittilappilly) ने 90 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए. चित्तिलापिल्ली ने सामाजिक कार्यों के लिए 40 लाख शेयर्स कंपनी में बेच डाले. शेयर बिक्री से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल परोपकारी कार्यों किया जाएगा. चित्तिलापिल्ली ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि 17 फरवरी, 2021 को 40 लाख शेयरों की बिक्री की गई. सामाजिक कार्यों के लिए अपनी प्रतिबद्धता के तहत मैंने जो दो पहल की है, उसके लिए फंड जुटाना था.
चित्तिलापिल्ली के मुताबिक, के चित्तिलापिल्ली फाउंडेशन (KCF) का गठन धर्मार्थ और परोपकारी कार्यों के लिए किया गया था और उन्होंने ‘चित्तिलापिल्ली स्क्वॉयर’ (CS) नामक प्रोजेक्ट को पूरा करने का फैसला किया था. इसका काम प्रगति पर है और इस प्रोजेक्ट के लिए शेयर से जुटाई रकम का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा, KCF आंत्रप्रेन्योर डेवलपमेंट के क्षेत्र में वर्षों से काम कर रहा है.
पिता से उधार लेकर शुरू की थी कंपनी
बता दें कि के चित्तिलापिल्ली ने 27 वर्ष की उम्र में अपने पिता से उधार लेकर स्टेबलाइजर्स बनाने की एक छोटी सी फैक्ट्री शुरू की थी. उन्होंने अपने पिता से 1 लाख रुपए और दो कर्मचारियों की मदद से शुरुआत की. वी-गार्ड ब्रांड से स्टेबलाइजर की बिक्री बढ़ी. अब कंपनी स्टेबलाइजर के अलावा इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रो-मैकेनिकल प्रोडक्ट्स बनाती है.
वी-गार्ड इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 10 हजार करोड़ के पार
वी-गार्ड इंडस्ट्रीज शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी है. 1 लाख रुपए की पूंजी से शुरू हुई कंपनी का मार्केट कैप अब 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है. शुक्रवार को बीएसई पर वी-गार्ड का शेयर 233.80 रुपए पर बंद हुआ. उन्होंने कहा, हिस्सेदारी बिक्री प्राप्त होने वाली रकम का इस्तेमाल परोपकारी कार्यों में किया जाएगा.
इस भाव पर बेचे 40 लाख शेयर
चित्तिलापिल्ली ने 17 फरवरी को 40 लाख शेयरों की बिक्री 225.15 रुपए प्रति शेयर के भाव से बेचे. उन्होंने शेयर बिक्री से 90 करोड़ रुपए जुटाए. उन्होंने कहा, हिस्सेदारी बिक्री प्राप्त होने वाली रकम का इस्तेमाल परोपकारी कार्यों में किया जाएगा.
चित्तिलापिल्ली ने कहा, वह उन बिजनेस करने वालों की सहायता करना चाहते हैं जो अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए फंड की कमी का सामना करते हैं. उनके उचित दरों और शर्तों पर उधार देने के लिए K Chittilappilly Capital Pvt. Ltd नामक एक कंपनी बनाई है. इसके लिए आरबीआई (RBI) से नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया है.