पाकिस्तान में हिंदू लड़की के अपहरण की कोशिश में नाकाम होने पर हमालावरों ने बीच सड़क पर गोली मार हत्या कर दी. समाचार पत्र ‘द फ्राइडे टाइम्स’ ने अपनी खबर में बताया कि 18 साल की पूजा ओद ने सुक्कुर के रोही में अपहरणकर्ताओं का विरोध किया जिसके बाद उसे बीच सड़क में गोली मार दी गई. पीपुल्स कमीशन फॉर माइनॉरिटीज राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के अनुसार, पूजा को पहले राह चलते किडनैप करने की कोशिश की गई जब उसने विरोध किया तो हमलावरों ने उसे बीच सड़क गोली मार दी गई. ‘द फ्राइडे टाइम्स’ की खबर में कहा गया कि हर साल अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित महिलाओं का विशेष रूप से सिंध में अपहरण किया जाता है और धार्मिक चरमपंथी उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराते हैं.
इसमें ये भी कहा गया कि पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से जबरन विवाह और धर्मांतरण का सामना कर रहे हैं. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में धर्म परिवर्तन और जबरन शादी के कई मामले सामने आते रहे हैं. एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है जहां 18 साल की एक लड़की को सरेआम गोली मार दी गई. साल 2019 में सिंध सरकार ने हिंदू अल्पसंख्यकों के जबरन धर्म परिवर्तन और शादी को रोकने के लिए कानून बनाने की भी कोशिश हुई लेकिन कड़े विरोध और प्रदर्शनों को देखते हुए कानून बन नहीं सका. नतीजे के तौर पर यहां आज भी धर्म बदलो या फिर मरो का दर्दनाक सिलसिला जारी है. बता दें, साल 2013 से 2019 तक धर्म परिवर्तन की 156 घटनाएं दर्ज हुई हैं.