सियालकोट में कारखाने के श्रमिकों और अन्य लोगों की भीड़ ने एक कारखाने के श्रीलंकाई निर्यात प्रबंधक की हत्या करने और उसके शरीर को जलाने की घटना के बाद 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दस टीमों का गठन किया है। पंजाब सरकार के प्रवक्ता हसन खरवार ने पत्रकारों को बताया कि मॉब लिंचिंग के मामले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कुछ की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि यह देश के लिए “शर्म का दिन” है और इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने मामले की जांच की मांग की है जबकि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक स्वतंत्र जांच पर जोर दिया है। घटना वजीराबाद रोड इलाके की है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भीड़ ने शुक्रवार को श्रीलंका के एक नागरिक की कथित तौर पर ईशनिंदा के मामले में पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसके शव को जला दिया। पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यहां से करीब सौ किलोमीटर दूर सियालकोट जिले की एक फैक्टरी में करीब 40 वर्षीय प्रियंता कुमारा महाप्रबंधक के तौर पर काम करते थे। उन्होंने बताया, कुमारा ने कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के एक पोस्टर को कथित तौर पर फाड़ दिया, जिसमें कुरान की आयतें लिखी थीं और फिर उसे कचरे के डिब्बे में फेंक दिया। इस्लामी पार्टी का पोस्टर कुमारा के कार्यालय के पास की दीवार पर चिपकाया गया था। फैक्टरी के कुछ कर्मियों ने उन्हें पोस्टर हटाते हुए देखा और फैक्टरी में यह बात बताई। ईशनिंदा की घटना को लेकर आसपास के इलाकों से सैकड़ों लोग फैक्टरी के बाहर इकट्ठा होने लगे। उनमें से अधिकतर टीएलपी के कार्यकर्ता एवं समर्थक थे।
स्थिति तनावपूर्ण
सोशल मीडिया पर कई वीडियो जारी हुए, जिसमें दिख रहा है कि श्रीलंकाई नागरिक के शव को घेरे सैकड़ों लोग खड़े हैं। वे टीएलपी के समर्थन में नारे लगा रहे थे। सियालकोट के जिला पुलिस अधिकारी उमर सईद मलिक ने कहा कि श्रीलंका के नागरिक की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और सभी फैक्टरियां बंद हैं। पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घटना की जांच होगी
पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने इसे काफी दुखद घटना करार दिया और पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया कि मामले की जांच कर 24 घंटे के अंदर उन्हें रिपोर्ट दें। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, घटना के हर पहलू की जांच होनी चाहिए और रिपोर्ट दाखिल की जानी चाहिए। जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।