उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने शनिवार को कहा कि इस बार के पश्चिम बंगाल चुनाव में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का भी मुद्दा है. TV9 के #WhatBengalThinksToday कार्यक्रम में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इसके साथ विकास, गरीब और किसानों का भी विषय प्रमुख है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सभी लक्ष्यों को एकसाथ लेकर चल रही है. उन्होंने कहा कि आज से 100 दिनों के बाद ममता बनर्जी भी जय श्रीराम बोलेंगी. ये इसका विरोध सिर्फ इसलिए कर रही हैं क्योंकि वो वोट के लालच में हैं.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दीदी (ममता बनर्जी) को जय श्रीराम से चिढ़ होती है, ये नहीं होनी चाहिए. जयश्रीराम कहिए या भारत माता की जय, वंदे मातरम या जय मां काली, किसी भी चीज के उद्घोष से अगर उन्हें दिक्कत होती है, तो इसका मतलब है कि वो तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर नहीं निकल पाई हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में इसका उदाहरण अब भी देखने को मिलता है. मौर्य ने कहा, “पश्चिम बंगाल में घुसपैठियों को संरक्षण दिया गया. राज्य में दुर्गापूजा विसर्जन पर रोक लगा दी जाती है.”
उन्होंने कहा कि अगर वे इन मुद्दों से बाहर की भी बात करें तो पश्चिम बंगाल में 73 लाख से ज्यादा किसान हैं. उनका क्या अपराध है कि अगर देश भर में सभी किसानों को साल में 6 हजार रुपए मिल रहे हैं और इन्हें नहीं दिए जा रहे हैं. यही अपराध है कि उन्होंने टीएमसी को सत्ता में बैठाया? केशव मौर्य ने कहा, “दिल्ली और यूपी के बॉर्डर पर जो बैठे हैं, वो आंदोलन किसानों का कम है, बल्कि राजनीतिक दलों कांग्रेस, समाजवादी पार्टी का रह गया है. ये दल अपना अस्तित्व बचाने के लिए कर रहे हैं.”
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनाव आने पर दीदी (ममता बनर्जी) को विवेकानंद याद आ रहे हैं. स्वामी विवेकानंद हो या सुभाष चंद्र बोस, ये किसी राज्य के नहीं बल्कि देश के नेता रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस सेवा से पश्चिम बंगाल वंचित रहा है, उस संकल्प को आगे ले जाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. जेपी नड्डा जी और अमित शाह जी सबका एक ही लक्ष्य है कि पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी की सरकार बनाएंगे. जिस पथ पर देश आगे बढ़ रहा है उस पर पश्चिम बंगाल को आगे बढ़ाएंगे.