देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों का आंकड़ा 91 लाख के पार हो गया है. अब तक 91 लाख 39 हजार 866 लोग संक्रमित हो चुके हैं. कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 24 नवंबर को कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. ये बैठक सुबह 10 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी. इसके बाद दोपहर 12 बजे से बाकी बचे राज्यों के मुख्यमंत्री पीएम के साथ होने वाली इस अहम बैठक में शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और कोरोना वैक्सीन के वितरण की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए अब तक कई बार राज्यों साथ बैठकें कर चुके हैं. देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले कुछ दिनों से 50 हजार के नीचे आ रहे हैं, वहीं कुछ राज्यों में मामले तेजी से बढ़े हैं. कुछ शहरों में तो रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है.
भारत में पांच वैक्सीन तैयार होने की राह पर
केंद्र की ओर से लगातार यह प्रयास भी हो रहे हैं कि जब भी कोरोना की वैक्सीन उपलबध होगी, उसके सुचारू वितरण की व्यवस्था हो सके. भारत में फिलहाल पांच वैक्सीन तैयार होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इनमें से चार परीक्षण के दूसरे या तीसरे चरण में हैं जबकि एक पहले या दूसरे चरण में है.
वैक्सीन के लिए हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिलेगी प्राथमिकता
दरअसल, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सभी लोगों को वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि कोविड-19 वैक्सीन सबसे पहले किसे मिलेगी. इसपर नीति आयोग ने प्राथमिक रणनीति तैयार कर ली है. नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि 1 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को शुरुआती चरण में प्राथमिकता दी जाएगी. डॉ वी के पॉल वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन पर बने नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप के प्रमुख भी हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ पॉल ने बताया कि वैक्सीन की प्राथमिकता इस आधार पर दी जाएगी कि कौन लोग मृत्यु के ज्यादा जोखिम वाले हैं.