रिर्पोट :- गौरव सिंघल, वरिष्ठ संवाददाता,
देवबंद (दैनिक संवाद न्यूज ब्यूरो)। देवबंदी विचारधारा के सामाजिक और धार्मिक संगठन जमीयत उलमाएं हिंद ने मदरसा छात्रों को आधुनिक शिक्षा दिए जाने और देश की मुख्य घारा में शामिल किए जाने की मुहिम शुरू की है। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद महमूद मदनी ने आज बताया कि उन्होंने यह महसूस किया है कि मुस्लिमों के लिए सिर्फ दीनी तालीम पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि जमीयत ओपन स्कूल के जरिए मदरसा छात्रों को स्तरीय आधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि अनुभव में आया है कि दीनी तालीम तक सीमित रहने वाले मुस्लिम नौजवान कैरियर बनाने की दौड में पीछे रह जाते है।
उनके संगठन ने तय किया है कि मुस्लिम दीनी छात्र भी देश के दूसरे प्रगतिशील छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर शिक्षा के क्षेत्र मेें उच्च स्थान प्राप्त करे और खुद का जीवन संवारने के साथ-साथ देश और समाज की सेवा में भरपूर हाथ बंटाएं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दीनी शिक्षण संस्थानोें को स्वावलंबी होना चाहिए और सरकार की सहायता पर बिल्कुल निर्भर नहीं रहना चाहिए। वर्षों पहले जिन दीनी सस्थानोें ने बिना सरकारी सहायता के आगे बढने का फैसला लिया था। वह सही साबित हुए और जिन मदरसोे ने सरकारी सहायता लेना स्वीकार किया उन्हेेें आसाम जैसे राज्य में कडे सबक का सामना करना पडा।