अफगानिस्तान में तालिबान की एक और क्रूर हरकत सामने आई है। खबर है कि चेकपॉइंट पर न रूकने के कारण तालिबानियों ने एक 33 साल के डॉक्टर को जान से मार डाला। यह मामला अफगानिस्तान के हेरात प्रांत का बताया जा रहा है। मीडिया से बातचीत के दौरान मृतक के परिवार ने बताया कि पुलिस चेकपॉइंट पर न रुकने की वजह से 33 साल के अमरुद्दीन नूरी को तालिबानियों ने जान से मार दिया। सूत्रों के मुताबिक, नूरी एक छोटा प्राइवेट क्लिनिक चलाते थे और हाल ही में उनकी शादी हुई थी।
बता दें, इससे पहले तालिबानियों ने अफगानिस्तान की जूनियर महिला वॉलीबॉल टीम की प्लेयर का सर कलम कर दिया था। जूनियर महिला नेशनल टीम के कोच ने बताया था कि महजबीन हकीमी नाम की प्लेयर को अक्तूबर के शुरूआत में तालिबान द्वारा मार दिया गया था। किसी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा क्योंकि तालिबान ने परिजनों को धमकी दी थी।
तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा किया था। तालिबान ने सत्ता में आते ही दावा किया था कि अफगानियों के जीवन की रक्षा करेगा। हालांकि, ये असल में हालात उससे उलट हैं। तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही अफगानियों पर क्रूरता के मामले आम हो गए हैं।