अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री हनीफ अतमार ने कहा है कि तालिबानी आतंकवादी खुद को आतंकवादी समूह अल कायदा से अलग नहीं कर पा रहे हैं। अतमार ने रूसी अखबार रोसिस्काया गजेता से कहा, “दुर्भाग्य से अमेरिका तथा तालिबानी के बीच दोहा समझौता होने के बावजूद वे (तालिबानी) अल कायदा तथा विदेशी आतंकवादी समूहों से खुद को अलग नहीं करना चाहते हैं।”उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत तालिबान सदस्यों का घर अफगानिस्तान में नहीं हैं।
उल्लेखनी कि अमेरिका तथा तालिबानी आतंकवादियों ने गत 29 फरवरी को दोहा में शांति समझौता पर हस्ताक्षर किया था। इसके तहत अमेरिकी सैनिकों की धीरे-धीरे वापसी के साथ-साथ अंतर-अफगान वार्ता की शुरुआत करने की बात कही गयी है। इस समझौता ने तालिबानी आतंकवादियों तथा अफगानिस्तान की सरकार के बीच बातचीत का मार्ग प्रशस्त किया था, लेकिन अभी भी दोनों के बीच तनाव बरकरार है।