यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज (Domariyaganj) से चुनाव लड़ रहे राघवेंद्र प्रताप सिंह (Raghavendra Pratap Singh) पर चुनाव आयोग (Election Commission) ने 24 घंटे का प्रतिबंध (Ban) लगा दिया है. इस दौरान वो प्रचार नहीं कर सकेंगे. चुनाव आयोग ने सांप्रदायिक टिप्पणी करने पर रविवार को उत्तर प्रदेश में बीजेपी के एक प्रत्याशी पर 24 घंटे के लिए प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी. डुमरियागंज विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राघवेंद्र प्रताप सिंह पर लगाया गया प्रतिबंध सोमवार सुबह छह बजे से लागू होगा. आदेश जारी करते हुए आयोग ने एक वीडियो क्लिप का हवाला दिया, जिसमें सिंह भोजपुरी में कह रहे हैं कि जो हिन्दू “उधर जाते हैं” (विरोधी उम्मीदवार को वोट देते हैं) उनकी नसों में मुस्लिम खून बह रहा है.
आयोग ने कथित बयान की ‘ट्रांस्क्रिप्ट’ भी मुहैया कराई है. आयोग ने इसका संज्ञान लिया है कि सिंह के खिलाफ इस मामले में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. सिंह ने कहा कि उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए बहुत कम समय दिया गया था और उन्हें और समय चाहिए लेकिन आयोग ने उनकी इस दलील को खारिज कर दिया.
विरोधियों की साजिश
बीजेपी उम्मीदवार ने फेसबुक पर लिखा है कि विरोधियों की साजिश से हमें 24 घंटे तक प्रचार करने से निर्वाचन आय़ोग द्वारा रोका गया है. लेकिन इस साजिश का जवाब आने वाली 3 मार्च को डुमरियागंज की राष्ट्रवादी, हिंदुत्ववादी जनता जनार्दन जरूर देगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह का पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में वो कह रहे थे कि जो हिंदू मुझे वोट नहीं देंगे, उनकी रगों में मुस्लिम खून है.
39 प्रतिशत से ज्यादा हैं मुस्लिम मतदाता
चुनाव आयोग ने नोटिस मिलने के बाद विधायक ने स्वीकार किया था कि उन्होंने कुछ दिन पहले ये टिप्पणी की थी. लेकिन एक उदाहरण के रूप में कहा गया था. उनका किसी को भी धमकी देने का कोई इरादा नहीं था. वहीं उन्होंने कहा कि क्या कोई डुमरियागंज में धमकी देकर चुनाव जीत सकता है. जहां लगभग 1.73 लाख मुस्लिम मतदाता हैं, इनकी आबादी 39.8 प्रतिशत है. वीडियो क्लिप में वो कह रहे है कि मुझे बताओ, क्या कोई मुस्लिम मुझ वोट देगा? तो ध्यान रहे कि अगर इस गांव के हिंदू दूसरे पक्ष का समर्थन करते हैं, तो उनकी नसों में मुस्लिम खून है. वे देशद्रोही हैं.