एलोवेरा जेल औषधीय गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल सेहत, त्वचा, बालों के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलोवेरा डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए फायदेमंद होता है?
जी हां, आपने सही पढ़ा। कई शोध में पता चला है कि एलोवेरा के इस्तेमाल से डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। तो आइए जानें कि एलोवेरा किस प्रकार मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक भूमिका निभा सकता है और इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।
एलोवेरा कैसे करता है डायबिटीज़ मरीज़ो की मदद ?
कई अध्ययनों के अनुसार, एलोवेरा जूस का नियमित सेवन डायबिटीज़ के मरीज़ों के ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने एलोवेरा पर किए गये रिसर्च में पाया कि इसमें हाइपोग्लाइसेमिक (ग्लूकोज को कम करने वाला) होता है। इसके अलावा एलोवेरा में अन्य यौगिक भी होते हैं, जैसे हाइड्रोफिलिक फाइबर, ग्लूकोमानन और फाइटोस्टेरॉल, जो ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
डायबिटीज़ में एलोवेरा का उपयोग कैसे करें?
डायबिटीज़ के लिए एलोवेरा का उपयोग जूस के ज़रिए किया जा सकता है। वैसे बाज़ार में भी कई तरह के एलोवेरा जूस मिल जाते हैं, लेकिन बेहतर यही है कि ताज़ा एलोवेरा जूस का ही इस्तेमाल करें। आप घर के लिए एक एलोवेरा का पौधा खरीद सकते हैं और इसके ताज़ा जूस को इस्तेमाल कर सकते हैं।
घर पर ऐसे बनाएं एलोवेरा जूस
इसके लिए आपको ज़रूरत पड़ेगी एक एलोवेरा के पत्ते और पानी की।
सबसे पहले एलोवेरा के पत्ते को धोएं और फिर बीच से काटकर उसका जेल अलग कर लें।
ध्यान रखें कि पत्ते में मौजूद लैटेक्स (एक पीले रंग की परत) एलोवेरा जेल में न मिले।
अब जूस बनाने के लिए दो से तीन चम्मच एलोवेरा जेल में थोड़ा पानी डालकर ब्लेंड करें।
जब इसका जूस बन जाए, तो इसे ग्लास में निकाल लें।
इस जूस का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें नींबू, अदरक का रस या आंवले का रस मिला सकते हैं।