झारखंड पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस साल 397 माओवादी गिरफ्तार किये गये, नौ मारे गये तथा 26 ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया। पुलिस के एक बयान में बताया गया है कि जो माओवादी गिरफ्तार किये गये हैं, उनमें एक विशेष क्षेत्र समिति सदस्य, एक क्षेत्रीय समिति सदस्य, पांच क्षेत्रीय कमांडर, 11 उपक्षेत्रीय कमांडर शामिल हैं। इन सभी पर कुल मिलाकर 1.01 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पिछले 12 महीनों में पुलिस ने 152 हथियार,10350 गोला बारूद और 24 देशी बम भी जब्त किये। इनमें से 27 हथियार पुलिस के थे जो माओवादियों ने लूटे थे। राज्य के पुलिस मुख्यालय ने हेमंत सोरेन सरकार की चौथी वर्षगांठ के मौके पर यह आंकड़ा जारी किया।
पुलिस ने बताया कि पिछले चार सालों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी), पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई), तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी (टीएसपीसी) और झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) जैसे प्रतिबंधित संगठनों के सदस्यों समेत 1,617 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया । उसने बताया कि पहली जनवरी, 2020 से कुल 74 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया जबकि 158 पुलिस हथियारों समेत 792 हथियार तथा 1882 देशी बम बरामद किये गये।
पुलिस बयान के मुताबिक, सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ों में 40 नक्सली मारे गये तथा लेवी के रूप में वसूले गये 160.81 लाख रुपये भी माओवादियों से जब्त किये गये। पुलिस विभाग ने इस साल साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाने का दावा किया। पुलिस ने बताया कि इस साल पहली जनवरी से अबतक साइबर अपराधों के सिलसिले में 1,172 प्राथमिकियां दर्ज की गयीं तथा ऐसे अपराधों को लेकर 834 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा पुलिस अभियान के दौरान 1417 मोबाइल फोन, 2,328 सिमकार्ड, 470 एटीएम कार्ड, 128 पासबुक, 23 लैपटॉप, 37 चेक बुक, 54.31 लाख रुपये नकद और 3300 ताईवानी डॉलर भी बरामद किये गये। पुलिस बयान के अनुसार, संगठित अपराध के विरूद्ध पुलिस की कार्रवाई में 248 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया तथा 129 हथियार एवं 1677 कारतूस जब्त किए गए।