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जब प्रेस कॉन्फ्रेंस को बीच में भी छोड़कर चले गए सीएम साहब, पत्रकारों ने पूछा था ये सवाल

देश के सबसे छोटे राज्य गावो में कोरोना से स्थिति खराब होती जा रही है. मामले तो रिकॉर्डतोड़ जारी हैं, लेकिन अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य सेवाएं अब जवाब दे चुकी हैं. हालात इतने खराब हैं कि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मौत हो रही है. हाल ही में गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से भी ऐसा मामला सामने आया था जहां पर ऑक्सीजन की कमी से 13 मरीजों की जान चली गई थी.

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में छोड़ गए सीएम सावंत

अब इस बारे में जब मीडिया द्वारा गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देने से ही इनकार कर दिया. उन्होंने ऑक्सीजन कमी को लेकर कुछ नहीं बोला और वे प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में भी छोड़कर चले गए. वहीं सरकार की तरफ से पहले ही साफ किया जा चुका है कि गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है. जोर देकर कहा गया है कि हर मौत को ऑक्सीजन की कमी से नहीं जोड़ा जा सकता है. गोवा अस्पताल के डीन शिवानंद बांडेकर की तरफ से भी कहा गया है कि अस्पताल में कई मरीजों की मौत हुई है. हम ऐसे नहीं कह सकते कि इस मरीज की मौत ऑक्सीजन कमी की वजह से ही हुई होगी. कई कारण होते हैं, उन्हें भी देखना होता है.

गोवा में संक्रमण दर 35 फीसदी

वैसे प्रमोद सावंत की तरफ से ऑक्सीजन की कमी पर तो कुछ नहीं बोला गया लेकिन उन्होंने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि अब राज्य में संक्रमण दर कम होने लगा है. जहां पहले संक्रमण दर 40 फीसदी को पार कर गया था, अब वो कम होकर 35 प्रतिशत पर आ गया है. ऐसे में सरकार से अपनी सफलता के तौर पर देखती है. वहीं सीएम की तरफ से जानकारी दी गई है कि सोमवार से 25 प्राइवेट अस्पताल में मौजूद तमाम बेड सरकार के कंट्रोल में आ जाएंगे. ऐसे में किसी भी मरीज को बेड के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा.

राज्य में Ivermectin दवाई का हो रहा इस्तेमाल

वहीं गोवा के हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा है कि राज्य में अब मौतें कम हो रही हैं. संक्रमण दर जरूर ज्यादा है, लेकिन Ivermectin दवाई के जरिए इलाज किया जा रहा है. ये दवाई फेफड़ों में गंभीर बीमारी होने से बचा सकती है. इसलिए गोवा सरकार ने फैसला लिया है कि सभी मरीजों को Ivermectin दी जाएगी.