उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) ने जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, भाजपा के इस फैसले पर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने खास प्रतिक्रिया दी है। टीएमसी ने एक ओर जहां राहत की सांस ली है। साथ ही यह भी कहा कि धनखड़ को बंगाल सरकार के लिए मुश्किल पैदा करने का इनाम मिला है। उनके खिलाफ विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा को साझा उम्मीदवार बनाया है।
टीएमसी ने धनखड़ पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बदनाम करने वरिष्ठ नेता और टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल प्रशासन के लिए मुश्किलें पैदा करने और परेशान करने वाले तत्व थे। धनखड़ का नामांकन बंगाल सरकार के जीवन को दुखद बनाने का इनाम है। हमें राहत है कि उप राष्ट्रपति के तौर पर उनका नामांकन हुआ है।’
इकोनॉमिक टाइम्स से बातचीत में टीएमसी प्रवक्ता और वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘धनखड़ ने भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर काम किया है। भाजपा प्रवक्ता के तौर पर उनका प्रदर्शन शानदार रहा है और इसलिए उन्हें पुरस्कार मिला है।’ खास बात है कि पश्चिम बंगाल सरकार और राज्यपाल के तौर पर धनखड़ के बीच तनाव की खबरें आती रही हैं।
धनखड़ सोमवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं। भाषा के अनुसार, रविवार को जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव में धनखड़ का समर्थन करेगी। पार्टी के एक नेता ने रविवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा AIADMK और BJD ने भी NDA उम्मीदवार के समर्थन का ऐलान किया है।