देश को द्रौपदी के रूप में पहली आदिवासी-महिला राष्ट्रपति मिलना तय। पहली आदिवासी महिला मुर्मू की जीत अब महज औपचारिकता। मतदान की तारीख आते आते मुर्मू के पक्ष में 27 दल खड़े हुए।
देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान होगा। इस मतदान में 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे। चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। द्रौपदी 27 दलों के समर्थन और करीब 6.65 लाख मत के सहारे विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से बहुत आगे निकल गई हैं। महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है।
राजग के पास करीब 49 फीसदी तो संयुक्त विपक्ष के पास 51 फीसदी वोट होने के कारण एक समय इस चुनाव में कड़ी टक्कर की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि उम्मीदवारों की घोषणा और मतदान की तारीख आते-आते विपक्ष में लगातार बिखराव होता गया। नौबत यहां तक आई कि विपक्षी बैठक में उम्मीदवार के रूप में यशवंत का समर्थन करने वाले दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), जदएस जैसे दलों ने भी राजग के उम्मीदवार को समर्थन की घोषणा कर दी।
सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक मतदान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में मतदान सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक होगा। संसद भवन परिसर में मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के तमाम वरिष्ठ मंत्री व सांसद ही नहीं, विपक्ष के नेता-सांसद भी अपने वोट डालेंगे।
आदिवासी के साथ महिला कार्ड ने किया बेबस
विपक्ष में बिखराव का मुख्य कारण भाजपा की ओर से झारखंड की राज्यपाल रहीं मुर्मू के जरिए खेला गया आदिवासी और महिला कार्ड था। इस कार्ड के जरिए भाजपा राजग में एकजुटता कायम रखने के साथ विपक्षी खेमे में बड़ा सेंध लगाने में कामयाब हुई। इसी दांव के कारण राजग के इतर अकाली दल, झामुमो, बीजद, वाईएसआरसीपी, टीडीपी, शिवसेना, बसपा, एसबीएसपी, राजाभैया की पार्टी मुर्मु के पक्ष में खड़ी हुई। चुनाव आते-आते यशवंत के पास कांग्रेस, वामदल, आप, टीएमसी, एसपी, राजद, एनसीपी, सपा, रालोद, टीआरएस, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस एम का ही समर्थन बच गया।
क्रॉस वोटिंग का भी खतरा बरकरार
विपक्ष में बिखराव के बाद अब सिन्हा के सामने क्रॉस वोटिंग का भी खतरा है। सपा विधायक शिवपाल यादव ने पहले ही मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की है। जबकि झारखंड में कांग्रेस के कुछ विधायकों ने मुर्मू के पक्ष में वोट देने की अपील की थी। भाजपा को पश्चिम बंगाल में पशोपेश में फंसी टीएमसी में भी क्रॉस वोटिंग की उम्मीद है।
संसद भवन और विधानसभाओं में मतदान
मतदान संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में होगा। इसके लिए मतपेटियां पहले ही अपने गंतव्यों तक पहुंच चुकी हैं। मतगणना बृहस्पतिवार को होगी और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे।
मुर्मू के पक्ष में वोट
राजग- 535000
वाईएसआरसीपी- 44000
टीडीपी- 6500
शिवसेना- 25000
जदएस- 5600
बीजद- 32000
एसबीएसपी- 1248
बसपा- 7908
झामुमो- 7380
यूपी के विधायकों का मत मूल्य सबसे अधिक
उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मूल्य सबसे अधिक 208 है। इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के विधायकों के मत का मूल्य 176 है, तो महाराष्ट्र के विधायकों के वोट का मूल्य 175 है। सिक्किम के एक विधायक के वोट का मूल्य केवल सात है जो पूरे देश में सबसे कम है। मालूम हो कि देश की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्रतिभा पाटिल को हासिल है जो 2007 में शीर्ष संवैधानिक पद के लिए चुनी गईं थीं।