ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद (Britain Prime Minister) की दौड़ में अब दो लोग आमने-सामने हैं। ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और लिज ट्रस (liz truss), इन दोनों में से अब कोई एक जल्द ब्रिटेन (Britain) के पीएम पद पर चुन लिया जाएगा। ऐसे में दोनों ही अपनी ओर से यह कोशिश कर रहे हैं कि वे जनता को बताएं कि क्यों उन्हें ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना जाना चाहिए। एक लाइव चर्चा के दौरान यहां ऋषि सुनक ने हाल ही में अपनी भावी नीतियों का खाका जनता के बीच पेश किया है । पूर्व वित्त मंत्री सुनक ने चीन(China) को ब्रिटेन के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए वादा किया कि यदि वह प्रधानमंत्री बने तो पहले दिन से चीन पर सख्त रुख अपनाएंगे।
ऋषि सुनक का कहना है कि चीन ब्रिटेन समेत पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। चीन के प्रति कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सुनक ने कहा कि यदि वह प्रधानमंत्री बने तो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े उन तमाम संस्थानों को बंद कर देंगे, जो ब्रिटेन में मंदारिन भाषा की पढ़ाई करा रहे हैं। सुनक ने लिज ट्रस पर चीन की मदद करने का आरोप लगाया।
ऋषि सुनक ने कहा कि लिज ट्रस ने चीन के लिए ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में घुसपैठ के रास्तों को आसान बनाया। मैं ब्रिटेन में चीनी सरकार की ओर से वित्त पोषित कन्फ्यूशियस संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दूंगा। साथ ही रणनीतिक रूप से संवेदनशील तकनीकी फर्मों समेत प्रमुख ब्रिटिश संपत्तियों के चीनी अधिग्रहण पर रोक लगाने के उपायों की समीक्षा करूंगा। चीन और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ब्रिटेन के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।
वहीं ट्रस के चुनावी अभियान के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी नेता ने चीन पर ब्रिटेन की स्थिति को मजबूत करने का काम किया है। यह आगे तभी जारी रहेगा जब वह प्रधानमंत्री बनेंगी। उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले ऋषि सुनक ने कहा था कि यदि वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो उन देशों की आर्थिक सहायता बंद कर देंगे जो ब्रिटेन से घुसपैठियों और अपराधियों को वापस लेने से इन्कार करते हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में अवैध घुसपैठियों की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा।