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चीन की चाल, म्यांमार सीमा पर बनाई 2000 KM लंबी हाईटेक दीवार, अमेरिका ने जताई चिंता

भारत और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। LAC पर लगातार सेना को बढ़ाया जा रहा है लेकिन इस बीच चीन की दादागिरी एक बार फिर देखने को मिली है। चीन ने सीमा पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जिससे अमेरिका तक चिंतित हो गया है। दरअसल बीजिंग ने कंटीले तारों की मदद से म्यांमार की सीमा पर 2000 किलोमीटर लंबी दीवार का निर्माण कार्य शुरू किया है। चीन के इस कदम का म्यांमार की सेना लगातार विरोध कर रही है लेकिन इसके बाद भी चीन इस मामले पर अपना अड़ियल रवैया दिखा रहा है और लगातार दीवार का निर्माण कर रहा है। चीन का ये रुख देख अमेरिका भी चिंता में पड़ गया है। शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंक ने कहा है कि चीन का यह प्रयास उसकी विस्तारवादी सोच को दर्शाता है और आने वाले दर्शकों में दक्षिण एशिया में संघर्ष काफी बढ़ सकता है।

चीन का तर्क
चीन के दक्षिणी-पश्चिमी यून्नान प्रांत में करीब 9 मीटर ऊंची कंटीले तारों से इस दीवार को बनाया जा रहा है। जिस पर चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स का दावा है कि इस दीवार को बनाने का मकसद देश के अंदर म्यांमार से अवैध घुसपेठ को रोकना है। वही, चीन के इस कदम की जानकारी रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट में भी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार की लगती सीमा पर करीब 2000 किमी लंबी दीवाना बनाई जा रही है। रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, इस प्रोजेक्ट का नाम ‘दक्षिणी महान दीवार’ रखा गया है। इस दीवार को कई चरणों में बनाया जाएगा। पहले चरण के तहत 650 किमी के इलाके में बाड़ लगाने का काम पूरा हो गया है।

म्यांमार सेना ने जताया विरोध
इसके आगे रेडियो फ्री एशिया में बताया गया कि म्यांमार सेना चीन के इस कदम का लगातार विरोध कर रही है। म्यांमार सेना ने चीन के अधिकारियों को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने तार लगाने के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया है। वहीं, म्यांमार सेना के हवाले से बताया गया है कि चीन ने पोस्ट संख्या BP-125 के पास रविवार को बाड़ लगाने का काम शुरू क दिया है। सेना ने चीन को आपत्ति पत्र भेजा है। इस दौरान उन्होंने 1961 में हुई सीमा संधि को आधार बनाया है। जिसके प्रावधानों में कहा गया है कि सीमांकन के 10 मीटर के अंदर किसी भी ढांचे का निर्माण नहीं हो सकता है।

हाईटेक दीवार
रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, चीन की ये योजना साल 2022 तक पूरी हो जाएगी। चीन आने वाले दो सालो में 2000 किमी सीमा पर इस हाईटेक टीवार को पूरा कर लेगा। इस बाड़ में बिजली का करंट दौड़ेगा और इंफ्रारेड सेंसर के साथ शक्तिशाली कैमरे भी लगाए जाएंगे।