आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) और टीडीपी अध्यक्ष (TDP President) एन चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) ने शुक्रवार को दावा किया कि सीएम वीईएस जगनमोहन रेड्डी (CM VES Jaganmohan Reddy) के नेतृत्व वाली सरकार की अगले विधानसभा चुनाव में हार तय है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पड़ोसी राज्य तेलंगाना में बीआरएस सरकार को हार का सामना करना पड़ा, उसकी तरह आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (Ruling YSR Congress Party) विधानसभा चुनाव हारने (losing assembly elections) जा रही है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के चुनाव नतीजे तीन महीने बाद आंध्र प्रदेश में दोहराए जाएंगे। नायडू ने कहा कि अपने 45 साल के राजनीतिक सफर में उन्होंने कोई अनियमितता या भ्रष्टाचार नहीं की है, लेकिन सीएम जगन ने उनकी सरकार पर सवाल उठाने वालों को डराने के लिए उन्हें गलत तरीके से जेल में डाला।
गुंटूर जिले में चक्रवात से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद टीडीपी अध्यक्ष नायडू ने आंध्र प्रदेश सरकार पर मिचौंग तूफान के लिए पर्याप्त एहतियाती कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया। साथ ही नायडू ने चक्रवाती तूफान के कारण होने वाले नुकसान को रोकने में विफलता के लिए आंध्र प्रदेश सरकार की आलोचना की।
गुंटूर के तेनाली में जनता को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि किसानों को भारी नुकसान हुआ है और उन्हें गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी इस यात्रा का उद्देश्य जमीनी स्तर पर समस्याओं की पहचान करना और किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाना है।
जगन सरकार आपदा प्रबंधन में विफल रही
नायडू ने कहा कि मिचौंग तूफान से हुई क्षति पिछले चक्रवातों से अधिक है, क्योंकि कटाई के लिए तैयार फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं। उन्होंने दावा किया कि पहले जब राज्य सरकार सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने में विफल रही, तो किसानों ने अपने धन से टैंकर पानी का बंदोबस्त किया, लेकिन अब चक्रवात के कारण 90 फीसदी फसलें बारिश के पानी में डूब गईं। नायडू ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधन में विफल रही है और एहतियाती उपायों की उपेक्षा की गई। टीडीपी प्रमुख ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू नहीं करने के लिए भी जगनमोहन सरकार की आलोचना की। इस योजना के तहत किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों के लिए मुआवजा मिलता है।