गाजियाबाद (Ghaziabad) में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर मंगलवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे (accidents) में कार सवार छह लोगों की मौत (Death) हो गई. गलत दिशा से आ रही बस की कार से जबरदस्त भिडंत हो गई जिसमें मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई. जिस बस की वजह से यह हादसा हुआ, उसे लेकर हैरान करने वाली जानकारी सामने आ रही है. इस बस का 15 बार पहले भी चालान किया जा चुका है, जिसमें तीन बार रॉन्ग साइड चलने के लिए चालान किया गया है. इसी तरह रॉन्ग साइड में बस के चलने की वजह से मंगलवार सुबह यह भीषण हादसा हुआ.
मालिक और चालक गिरफ्तार
पुलिस ने मंगलवार को उस बस के चालक और मालिक को गिरफ्तार कर लिया, जिसने आठ लोगों को ले जा रही एसयूवी को टक्कर मार दी थी.गाजियाबाद में क्रासिंग रिपब्लिक क्षेत्र के बहरामपुर के पास यह हादसा उल्टी दिशा में आ रही बस और कार की टक्कर से हुआ जिसमें एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए.
15 बार चालान
पुलिस ने बताया कि बस मालिक संदीप चौधरी को गौतम बौद्धनगर में एक हाउसिंग सोसायटी स्थित उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया गया, वहीं ड्राइवर प्रेम पाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जिसे दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (एनएच9) पर दुर्घटनास्थल पर हिरासत में लिया गया था. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी), वेव सिटी, रवि प्रकाश सिंह ने कहा कि बस का 15 बार ऑनलाइन चालान किया गया था, जिसमें तीन बार गलत साइड पर गाड़ी चलाने के लिए चालान किया गया था.
6 लोगों की हुई थी मौत
यह दुर्घटना दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सुबह करीब 6 बजे हुई थी, जब बस गाज़ीपुर बॉर्डर के पास सीएनजी भरवाने के बाद एक्सप्रेसवे के रॉन्ग साइड पर चल रही थी. पुलिस ने कहा कि बस नोएडा के बाल भारती स्कूल से जुड़ी थी और दुर्घटना के समय इसमें कोई छात्र नहीं था. परिवार एसयूवी में यात्रा कर रहा था, जो मेरठ से गुरुग्राम जा रहा था. मृतकों की पहचान नरेंद्र (45), उनकी पत्नी अनीता (40), बेटे दीपांशु (15) और हिमांशु (12), भतीजी वंशिका (7) और भाभी बबीता (35) के रूप में हुई. पुलिस ने कहा कि नरेंद्र के भाई धर्मेंद्र (40) और उनके बेटे कार्तिक (5) को गंभीर चोटें आईं और उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.