हम सभी जानते हैं कि 7 से 8 घंटे की नींद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितनी जरूरी है लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं देते कि सही पोजिशन में सोना भी सेहत के लिए बहुत मायने रखता है। बहुत से लोगों को आपने ये कहते हुए जरूर सुना होगा कि बांयी करवट होकर सोना चाहिए क्योंकि इस पोज़िशन का कनेक्शन अच्छी नींद के साथ ही अच्छी सेहत से भी जुड़ा है। लेकिन सोते समय हम कई बार अपनी पोज़िशन बदलते हैं और फाइनली जिसमें कम्फर्टेबल फील होता है उसी में सोते हैं। जिससे सुबह उठने पर कभी पैरों में दर्द रहता है तो कभी कमर, कंधे और गर्दन में। तो अलग-अलग पोजिशन में सोने के फायदे और नुकसान की चर्चा किसी और दिन करेंगे। आज फिलहाल हम बांयी करवट सोने के फायदों के बारे में जान लेते हैं।
दुरुस्त रहती है दिल की सेहत
हमारा दिल बाईं तरफ होता है तो जब हम बाएं करवट सोते हैं तो हार्ट की तरफ ब्लड का सर्कुलेशन तेजी से होने लगता है। जिससे उसके फंक्शन आसानी से काम करते हैं। जब आपका हार्ट हेल्दी रहेगा तो ब्लड और आक्सीजन की सप्लाई भी आसानी से शरीर और दिमाग तक पहुंचती है। जिससे वो सही तरीके से काम कर पाते हैं और आपको एक्टिव रखते हैं।सुधरता है डाइजेशन
जब आप बाईं करवट सोते हैं तो शरीर के अंदर मौजूद गंदगी बड़ी आसानी से छोटी आंत से बड़ी आंत में पहुंच जाती है और सुबह फ्रेश होने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती। मतलब सोने की इस पोज़िशन से डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर रहता है।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद
ए्क्सपर्ट्स की मानें तो गर्भवती महिलाओं के लिए भी बाईं तरफ सोना लाभदायक होता है क्योंकि ऐसा करने से उनकी पीठ पर पड़ने वाला प्रेशर कम होता है। साथ ही उनके गर्भाशय और फीटस तक ब्लड फ्लो भी बढ़ता है। इसके अलावा बाईं तरफ सोने से प्लैसेंटा तक न्यूट्रिशन आसानी से पहुंचता है।
खर्राटों से आजादी
बांयी तरफ सोना उनके लिए बहुत ही लाभदायक है जिन्हें खर्राटे की प्रॉब्लम है। अगर आप अपनी बाईं तरफ सोते हैं तो न सिर्फ आपके खर्राटे कम हो जाएंगे बल्कि बंद भी हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि बाईं तरफ सोने से आपकी जीभ और कंठ, दोनों न्यूट्रल पोजिशन में रहते हैं जिससे आपके एयरवेज क्लियर रहते हैं और आप आसानी से सांस ले पाते हैं।
लीवर और किडनी को आराम
बाएं ओर सोने से हमारे लीवर और किडनी दोनों को फायदा मिलता है। बाएं ओर करवट लेकर सोने से लीवर और किडनी पर कोई दबाव नहीं पड़ता, इससे पेट का एसिड ऊपर की जगह नीचे की ओर जाता है, जिससे एसिडिटी और सीने की जलन नहीं होती।