कोरोनावायरस महामारी की शुरुआत के बाद से एक साल से अधिक समय हो गया है. महामारी के एक साल बाद फिर से कोरोना वायरस के मामलों में उछाल आने के साथ ही दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है. कोरोनावायरस की इस लहर के साथ, विशेषज्ञों ने COVID जीभ (COVID Tongue) नामक एक अजीब लक्षण की चेतावनी दी है. यह तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण में एक सामान्य लक्षण बन रहा है. कोरोना से पीड़ित कई लोग अब COVID जीभ (COVID Tongue) नाम के एक दुर्लभ और असामान्य लक्षण का सामना कर रहे हैं. इसमें लोगों का शरीर लार का उत्पादन करने में विफल रहता है. यह लार आपके मुंह को खराब बैक्टीरिया से बचाता है. इससे आपके मुंह में सूखापन या चिपचिपाहट महसूस हो सकती है. इस लक्षण वाले लोगों को भोजन चबाने और बोलने में भी मुश्किल हो सकती है.
लंदन के King College के आनुवंशिक महामारी विज्ञान के विशेषज्ञ Professor Tim Spector ने कहा कि दुनिया में कोरोना संक्रमित प्रत्येक पांच में से एक व्यक्ति में ये लक्षण कम-ज्यादा मात्रा में मौजूद हैं. हालांकि ये लक्षण अभी आधिकारिक PHE लिस्ट में नहीं आ पाए हैं. ये लक्षण हैं त्वचा पर चकत्ते हो जाना, कोविड जीभ और मुंह में अजीब ढंग से छाले होना. अगर आपको सिर्फ सिरदर्द और थकान है तो भी ये कोरोना संक्रमण के नए लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतते हुए अपने घर पर रहना चाहिए.
इसी बीच भारत में अब तक एक दिन में कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 1 लाख 45 हजार 384 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इन 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस से 794 लोगों की मौत भी हुई. इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1 करोड़ 32 लाख 5 हजार 926 हो गई है. इनमें से 10 लाख 46 हजार 631 कोरोना के एक्टिव केस हैं. देश में अब तक 1 करोड़ 19 लाख 90 हजार 859 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. साथ ही 1 लाख 68 हजार 436 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकारें नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन का इस्तेमाल कर रही हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार शाम को राज्य में ऑनलाइन सर्वदलीय बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने राजनीतिक दलों से लॉकडाउन को लेकर सुझाव मांगे. वे अब अगले 24 घंटे में इस पर फैसला लेने वाले हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भी हालात पर काबू पाने के लिए घोषणा की है कि शहर में अब मेट्रो ट्रेन और डीटीसी बसें केवल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलाई जाएंगीं. साथ ही शादी-समारोहों में भी अधिकतम 50 लोग ही बुलाए जा सकेंगे.