केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) हाल ही में अयोध्या पहुंचे. जहां उन्होंने खुद को भगवान राम का वंशज बताया. नरेश टिकैत ने कहा कि अयोध्या में उनके पूर्वज का मंदिर बन रहा है और इसलिए वह दर्शन के लिए यहां आए हैं. वहीं किसान आंदोलन पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आंदोलन लंबा चलेगा और वह लोग पश्चिम बंगाल भी जाएंगे और वहां जाकर लोगों से बीजेपी को वोट न देने की अपील करेंगे.
लाल किले पर हुई हिंसा गलत
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा को पूरी तरह गलत बताया. लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि वह टूलकिट वाले मुद्दे पर कुछ नहीं जानते. इसी के साथ वह बोले कि अगर सुप्रीम कोर्ट उठाना चाहे तो उठा दे, सरकार कानूनों में संशोधन करें और जो मुकदमे किसानों पर दर्ज किए गए हैं वो भी वापस हो. हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि बातचीत सही हो और दूध का दूध व पानी का पानी हो जाए.
दोषी को मिले सजा
लाल किले पर हुई हिंसा और टूलकिट मामले पर नरेश टिकैट ने अपना पक्ष रखा और साफतौर से कहा कि वह सीधे-सादे किसान हैं. जो खेत में काम करके अपने परिवार को पाल कर रहे हैं. टूलकिट और लाल किले की हिंसा गलत है. हम चाहते हैं कि इस मामले की जांच हो और जो कोई भी दोषी पाया जाता है उसको सख्त से सख्त सजा दी जाए.
हम राम के वशंज
किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे थे. जहां उन्होंने खुद को राम का वंशज बताया और कहा कि वह भी रघुवंशी परिवार से हैं और रामचंद्र जी के वंशज हैं. टिकैत ने कहा कि हमने सोचा जब हमारे पूर्वजों का सम्मान हो रहा तो उनके दर्शन किए जाएं, हमने दर्शन किए और हम पहली बार अयोध्या आए हैं, जितना प्यार यहां की जनता से मिला हो उससे वह काफी खुश हैं.
बता दें, किसान आंदोलन काफी लंबे वक्त से जारी है और किसानों की मांग है सरकार MSP खत्म करें. वहीं सरकार बार-बार अपना रुख साफ कर चुकी है कि MSP था, है और हमेशा रहेगा. फिलहाल सरकार और किसानों के बीच कोई समाधान नहीं निकला है. ऐसे में देखना होगा कि किसान आंदोलन कब खत्म होता है और सरकार द्वारा कौन-से कदम उठाए जाते हैं.