Mohammed Siraj struggle story: ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती..मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती’. ये लाइन आपने अपने जीवन में एक नहीं बल्कि कई बार सुनी होगी जो सच भी है. वैसे तो किसी भी इंसान को फर्श से अर्श तक का सफर तय करने में काफी चुनौतियों से गुजरना पड़ता है और ऐसी कई हस्तियां हैं जो आज लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. मगर उन्होंने भी बहुत सारी चुनौतियों को पार कर मुकाम हासिल किया है. अब टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को ही देख लीजिए. सिराज ने मेहनत और परिवार के सहयोग के साथ फर्श से अर्श तक का सफर तय किया और ऑस्ट्रेलिया से आते ही बीएमडब्ल्यू कार खरीद ली.
जीत में सिराज की भूमिका
मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला और सिराज ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और रिजल्ट पूरी दुनिया ने देखा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से सीरीज अपनेनाम करने वाली टीम इंडिया की जीत में सिराज ने भी अहम भूमिका निभाई है और तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 13 विकेट अपने नाम किए. इस दौरान वह ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने.
चुनौतियां से भरा रहा ऑस्ट्रेलिया दौरा
मोहम्मद सिराज की उम्र 26 साल है और ऑस्ट्रेलिया दौरा उनके लिए खुशी से ज्यादा चुनौतियों से भरा रहा है. मगर सिराज ने हिम्मत नहीं हारी और पिता को सपने को साकार किया. सिराज ने इस दौरे पर अपने पिता को खोया औरमैदान पर दर्शकों की गालियां भी खाई लेकिन इसे उन्होंने अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. सिराज को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कई मौकों पर भावुक भी देखा गया क्योंकि उन्होंने इसी दौरे में पिता को खो दिया था.