केंद्र सरकार (Central government) इस हफ्ते देश की दिग्गज ऑयल एंड गैस प्रॉड्यूसर कंपनी ओएनजीसी (ONGC) में अपनी 1.5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेचेगी। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) में हिस्सेदारी बेचकर सरकार करीब 3,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। ओएनजीसी ने मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग (stock exchange filing) में बताया है कि सरकार की तरफ से ऑफर फॉर सेल (OFS) 30 मार्च को खुलेगा।
ऑफर फॉर सेल के लिए प्रति शेयर 159 रुपये फ्लोर प्राइस
कंपनी ने कहा, ‘प्रमोटर (सरकार) ने कंपनी के 94,352,094 तक इक्विटी शेयर (कंपनी की टोटल पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल के 0.75 पर्सेंट के बराबर) 30 मार्च 2022 को नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स को और 31 मार्च 2022 को रिटेल इनवेस्टर्स को बेचने का प्रस्ताव किया है। साथ ही, ओवरसब्सक्रिप्शन की स्थिति में 94,352,094 एडिशनल इक्विटी शेयर बेचने का भी विकल्प रखा है।’ ऑफर फॉर सेल (OFS) के लिए प्रति शेयर 159 रुपये का फ्लोर प्राइस तय किया गया है।
मंगलवार के क्लोजिंग प्राइस से 7% डिस्काउंट पर OFS का फ्लोर प्राइस
ऑफर फॉर सेल का फ्लोर प्राइस, मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में ओएनजीसी के क्लोजिंग प्राइस से 7 फीसदी के डिस्काउंट पर है। ओएनजीसी के शेयर मंगलवार को BSE में 171.05 रुपये पर बंद हुए हैं। सरकारी कंपनी ONGC में केंद्र की हिस्सेदारी 60.41 फीसदी है। ओएनजीसी, देश के ऑयल एंड गैस का आधा प्रॉडक्शन करती है। OFS में मिनिमम 25 पर्सेंट शेयर म्यूचुअल फंड्स और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए रिजर्व्ड हैं। वहीं, 10 पर्सेंट शेयर रिटेल इनवेस्टर्स के लिए हैं।