महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) पर अभद्र टिप्पणी (abusive remarks) करने के आरोप में जेल में बंद कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) के खिलाफ पुलिस ने 50 पन्नों का चालान (50 pages invoice) पेश किया है. कालीचरण पिछले 90 दिनों से जेल में बंद हैं. रायपुर में कालीचरण के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ था. कालीचरण तीन महीने पहले रायपुर पुलिस ने मध्य प्रदेश के खजुराहो स्थित लॉज से गिरफ्तार किया था।
जानिए क्या है मामला
रायपुर में एक धर्म सभा का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में देश भर के कई साधु संत शामिल थे. इसमें कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए संत कालीचरण महाराज के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी।
सोशल मीडिया पर वायरल होने से दर्ज हुई थी FIR
महात्मा गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कालीचरण पर केस दर्ज किया गया था. केस दर्ज होने के बाद कालीचरण ने दूबारा गांधी जी को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा था, कि मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता. उसने कहा था कि यदि सच बोलने की सजा मृत्युदंड है, तो वो भी मुझे स्वीकार है. वीडियो में कालीचरण ने नाथूराम गोडसे को महात्मा बताया था।
89 दिन से जेल में बंद है कालीचरण
खजुराहो से गिरफ्तार होने बाद 31 दिसंबर 2021 से कालीचरण रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद है. इससे पहले 21 मार्च 2022 को रायपुर पुलिस ने चालान पेश करने के लिए कोर्ट से 1 सप्ताह का समय मांगा था. जिसके बाद आज रायपुर पुलिस करीब 50 पन्नों का चालान पेश किया।
कौन है कालीचरण
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मसंसद के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लाकर अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला के शिवाजीनगर के रहने वाले हैं. भावसार समाज से आने वाले कालीचरण महाराज का असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है. एक साधारण परिवार में जन्में अभिजीत के पिताजी धनंजय सराग की अकोला के जयन चौक में मेडिकल शॉप है।