कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें पुलिसवालों ने एक पति-पत्नी से QR कोड के जरिए रिश्वत ले ली. रिश्वत लिए जाने और प्रताड़ित किए जाने के बाद शख्स ने अपनी व्यथा सोशल मीडिया पर शेयर किया. मामला सामने आने के बाद बवाल मच गया और पुलिस ने आनन-फानन में आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया. पीड़ित शख्स का नाम कार्तिक पत्री है. उसने ट्विटर पर अपने साथ हुई घटना पोस्ट की. एक के बाद एक 15 ट्वीट में उसने बताया कि वह बेंगलुरु में रहते हैं. रात करीब 12.30 बजे वह अपनी पत्नी के साथ दोस्त के घर से केक कटिंग कर पैदल ही वापस लौट रहे थे. वे अपने घर के पास ही थे कि तभी पुलिस की एक वैन आकर दोनों के पास रुकी.
वैन से दो पुलिस वाले निकले और उनसे सवाल जवाब शुरू कर दिए. पुलिस कर्मियों ने उनसे अपने ID कार्ड दिखाने के लिए कहा. दोनों ने अपने मोबाइल पर आधार कार्ड की फोटो दिखाई. ID दिखाने के बाद पुलिसकर्मियों ने दोनों के फोन जब्त कर लिए और उनसे डिटेल में पूछताछ करने लगे. दोनों पुलिसकर्मियों ने पति-पत्नी से ढेर सारे सवाल करने के बाद चालान चालान काटने की बात कही. जब दोनों ने चालान काटने का कारण पूछा तो उन्हें बताया कि रात 11 बजे के बाद सड़क पर घूमने की अनुमति नहीं है. बाद में पुलिसकर्मी चालान न काटने के एवज में 3000 रुपए की मांग करने लगे. किसी तरह 1000 रुपए में बात तय हुई और पुलिसवालों ने अपने पास रखे QR कोड के जरिए एक हजार रुपए की रिश्वत ले ली. उन्होंने सोशल मीडिया पर पूरी घटना पोस्ट की. जिसके बाद एक्शन लेते हुए दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. सोशल मीडिया पर घटना पोस्ट किए जाने के बाद बेंगलुरु के नॉर्थ ईस्ट डिवीजन के डीसीपी अनूप ए शेट्टी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और कार्रवाई का भरोसा दिलाया.