दुनिया के सबसे अमीर शख्स और इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया है. उनके इस ऑफर के बाद ट्विटर के शेयर में उछाल आया है. एलन मस्क ने ट्विटर बोर्ड में शामिल होने से मना करने के कुछ ही दिन बाद ट्विटर को लगभग 41 अरब डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया है.
मस्क ने प्रति शेयर 54.20 डॉलर के हिसाब से खरीदने की पेशकश की है. यह कीमत 1 अप्रैल को ट्विटर के शेयर के बंद भाव से 38 फीसदी प्रति शेयर ज्यादा है. मस्क का कहना है कि ट्विटर में अपार संभावनाएं हैं. लेकिन वर्तमान स्वरूप में वो अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं कर पा रही है. यूएस सिक्योरिटीज एक्सचेंज एंड एक्सचेंज कमीशन (US Securities Exchange and Exchange Commission) की फाइलिंग के मुताबिक, एलन मस्क की ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी है. यानी मस्क के पास ट्विटर के 73,486,938 शेयर्स हैं.
एक अप्रैल को टेस्ला सीईओ की ट्विटर में हिस्सेदारी का पता चलते ही कंपनी के शेयरों में उछाल आ गया था. ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल (Twitter CEO Parag Agarwal) ने कुछ दिन पहले ही एलन मस्क को ट्विटर बोर्ड में शामिल होने का न्यौता दिया था. इस निमंत्रण को मस्क ने अस्वीकार कर दिया था. एलन मस्क ने ट्विटर चेयरमैन ब्रेट टेलर (Twitter Chairman Brett Taylor) को लिखे खत में कहा है, “निवेश करने के बाद से अब मुझे एहसास हुआ है कि कंपनी न तो इस सामाजिक अनिवार्यता को अपने मौजूदा स्वरूप में विकसित करेगी और न ही पूरा करेगी. ट्विटर को एक निजी कंपनी के रूप में बदलने की जरूरत है.”
मस्क ने कहा है कि उनका प्रस्ताव फुल एंड फाइनल प्रपोजल है. अगर इसे स्वीकार नहीं किया जाता है, उन्हें शेयर होल्डर के रूप में अपनी स्थिति पर दोबारा विचार करना होगा. अमेरिका के मैनहट्टन की फेडरल कोर्ट में अभी कुछ दिन पहले ही एलन मस्क के खिलाफ ट्विटर के कुछ पूर्व शेयरधारकों ने मुकदमा दायर किया है. इन्होंने आरोप लगाया है कि टेस्ला के चीफ एक्जीक्यूटिव ने जानबूझकर झूठे और भ्रामक बयान दिए और फेडरल लॉ के अनुसार निवेश के बारे में दी जाने वाली जरूरी जानकारी को छुपाया. मस्क ने अपने निवेश की जानकारी को इसलिए छुपाए रखा ताकि वे ट्विटर के ज्यादा शेयर सस्ते में खरीद सकें.