उन्नाव में दलित परिवार की दो लड़कियों की मौत के बारे में जांच कर रही पुलिस को एक सुराग मिला है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को पता चला है कि बुधवार दोपहर यानी जिस दिन घटना घटी थी उस दिन घर से निकलते समय लड़कियों ने गांव की एक दुकान से चिप्स के पैकेट लिए थे और खाए थे। इस अहम सुराग के बाद पुलिस ने दुकान से बाकी बचे नमकीन के सभी पैकेट को सीज करने के बाद जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस इस केस में कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है। हत्या, आत्महत्या और हादसे के बीच उलझी पुलिस यह भी समझने का प्रयास कर रही है कि घटना के दिन आखिरकार क्या हुआ था?
फॉरेंसिक जांच से लेकर स्निफर डॉग तक लगा दिए गए हैं। घटना वाली जगह पर स्निफर डॉग के माध्यम से जांच करने में इस केस का नया पहलू निकल कर सामने आया है। पुलिस खोजी कुत्तों के माध्यम से मौका-ए-वारदात के पास जांच कर रही थी पुलिस उसे मालूम चला कि कुत्ता घटनास्थल पर सूंघने के बाद बार-बार एक दुकान की ओर दौड़ रहा है। पुलिस ने जब निगरानी की तो खोजी कुत्ता पास के ही एक घर में घुस गया। जानकारी में मालूम हुआ कि यह घर साबिर नाम के एक दुकानदार का है जिसकी दुकान पर छोटी-मोटी चीजों सहित खाने पीने का सामान भी मिलता है।
जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने साबिर से पूछताछ की। पूछताछ करने पर पता चला कि घटना वाले दिन घर से निकलते समय लड़कियों ने उसकी दुकान से नमकीन के पैकेट लिए थे और जाते समय खाए भी थे। इसके बाद पुलिस ने साबिर की दुकान से बाकी बचे नमकीन के सभी पैकेट जब्त कर जांच के लिए भेज दिए हैं। पीड़ित लड़की के घर से निकलने के बाद दाहिने हाथ पर मुड़ते ही साबिर की दुकान बनी हुई है।
गांव में यह अकेली ऐसी दुकान है जिसमें रोजमर्रा की खाने पीने की चीजें मिलती हैं। खोजी कुत्ता की इस खोज के बाद पुलिस ने ज़ब्त किए गए नमकीन के सैंपल जांच के लिए भी भेजे हैं जिससे मालूम चल सके कि क्या उन पैकेट्स में कोई जहरीला तत्व तो नहीं था? अभी तक की जांच में यह तो साफ हो चुका है कि मरने वाली दोनों लड़कियों के शरीर में जहरीला पदार्थ मिला है।