दुनियाभर में कोरोना वायरस फैला हुआ है. भले ही अब सबकी जिंदगी पहले की तरह धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. लेकिन संक्रमण का खतरा टला नहीं है. भारत में भी कोरोना तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. अनलॉक होने की वजह से अब देश के कई राज्यों में स्कूल खुलने लगे हैं. हालांकि, केंद्र सरकार ने स्कूल खुलने से पहले ही कुछ नियम जारी किए थे. मगर देश का एक ऐसा राज्य है जहां स्कूल खुलने के बाद कक्षा 9, 10 और 12वीं के 575 स्टूडेंट्स और 829 टीचर्स कोरोना वायरस से संक्रमित (Coronavirus Positive) पाए गए हैं. इससे राज्य में हड़कंप मच गया है.
स्कूल खुलते ही फैला संक्रमण
ये राज्य आंध्र प्रदेश है जहां इतनी भारी संख्या में बच्चे और टीचर्च संक्रमित पाए गए हैं. आंध्र प्रदेश शिक्षा विभाग के आंकड़ों की मानें तो, कक्षा 9 और 10 के 9.75 लाख छात्र पंजीकृत हैं. इन छात्रों में से दोबारा स्कूल खुलने के बाद 3.93 लाख ने क्लास अटेंड की और 1.11 लाख शिक्षकों में से 99,000 हजार से अधिक शिक्षक शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को पढ़ाने पहुंचे. हैरानी वाली बात ये है कि राज्य में 4 नवंबर को ही स्कूल खुले थे और बड़ी कक्षा के छात्रों को बुलाया गया था लेकिन दो दिन के भीतर ही इतने टीचर और बच्चे संक्रमित मिले हैं.
4 नवंबर को खुला था स्कूल
शिक्षा विभाग के आयुक्त वी चिन्ना वीरभद्रु ने पूरे मामले पर कहा कि, 4 नवंबर को चार लाख छात्र स्कूल आए थे और इन बच्चों में से 262 संक्रमित पाए गए हैं. हम हर हाल में कोविड-19 के नियमों का पालन करेंगे जिससे बच्चों को संक्रमित होने से बचाया जा सके. मगर ये कहना गलत है कि बच्चे स्कूल की वजह से संक्रमित हुए हैं क्योंकि ये कुल संख्या का 0.1 फीसदी भी नहीं है. अब हम तय करेंगे कि एक समय में हर स्कूल के कमरे में सिर्फ 15 या 16 छात्रों को ही बैठाया जाए. आयुक्त ने कहा कि, छात्रों के साथ शिक्षकों का जीवन भी हमारे लिए जरूरी है.
बता दें, दोबारा से स्कूल खोलने के बारे में आंध्र प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि, कक्षा 9, 10 और इंटरमीडिएट की क्लासेस आधे दिन लगेंगी और बच्चों को हर दिन स्कूल नहीं बुलाया जाएगा. बल्कि एक दिन छोड़कर ही बच्चे स्कूल आएंगे. वहीं कक्षा 6, 7 और 8 की क्लासेस 23 नवंबर से शुरू की जाएंगी और 15 दिसंबर से 1, 2, 3, 4 और कक्षा 5 की शुरू होंगी. मगर इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि सारे प्रोटोकॉल का पालन हो और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.