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चुनाव के तीसरे चरण से पहले PM मोदी ने बिहार की जनता को लिखा पत्र, कहा- मुझे नीतीश की जरूरत..

बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) का अभी तीसरा चरण बाकी है. लेकिन उससे पहले देश के प्रधानमंत्री (PM Modi) ने एक नया दांव चला है. उन्होंने बिहार की जनता को एक लंबा चौड़ा पत्र लिखा है. इस लेटर में PM मोदी ने लिखा है कि, ‘आज इस पत्र के जरिए आपसे बिहार के विकास, विकास के लिए एनडीए पर विश्वास और विश्वास बनाए रखने के लिए एनडीए के संकल्प के बारे में बात करता चाहता हूं. युवा हों या बुजुर्ग, गरीब हों या किसान, हर वर्ग के लोग जिस प्रकार आर्शीवाद देने के लिए सामने आ रहे हैं, वो एक आधुनिक और नए बिहार की तस्वीर को दर्शाता है. बिहार में लोकतंत्र के महापर्व के दौरान मतदाताओं के जोश ने सबको और ज्यादा उत्साह के साथ काम करने लिए प्रेरणा दी है. बिहार में लोकतंत्र की पहली कोपल फूटी, ज्ञान विज्ञान, शास्त्र -अर्थशास्त्र, हर तरीके से बिहार संपन्न रहा है. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र के लक्ष्य को लेकर चलते हुए NDA सरकार बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है, प्रतिबद्ध है.’

PM ने आगे लिखा, ‘साथियों, ये हम सबके लिए गर्व की बात है कि बिहार चुनाव का पूरा फोकस विकास पर केंद्रित रहा है. एनडीए सरकार ने बीते सालों में जो कार्य किए, उसका हमने न सिर्फ रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि जनता जर्नादन के सामने आगे का विजन भी रखा. जनता ने इस बात का यकीन दिलाया है कि, बिहार का विकास एनडीए सरकार ही कर सकती है. अव्यवस्थित और अराजकता के वातावरण में नव-निर्माण असंभव होता है. साल 2005 के बाद से बिहार में माहौल भी बदला और नव-निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हुई. बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज, ये सामाजिक और आर्थिक संपन्नता के लिए जरूरी हैं. बिहार को ये दोनों सिर्फ एनडीए के द्वारा ही प्राप्त हो सकता है.’

 

यही नहीं प्रधानमंत्री ने ये भी लिखा है कि, एनडीए के लिए मानव जीवन की गरिमा सबसे ऊपर है. हम हर नागरिक को देश की उन्नति और प्रगति में हिस्सा मानते हैं. हालांकि पहले देश के विकास में बनावटी बाधांए रखी गई थीं. जिससे युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अवसर कम होते गए. लेकिन एनडीए की लगातार कोशिशों से ही आज के हालात बदल रहे हैं. एनडीए ने बिहार में बिजली, पानी, सड़क, इलाज, शिक्षा और कानून व्यवस्था हर फील्ड में बहुत ज्यादा कार्य किए हैं. मूल आवश्यकताओं की पूर्ति के बाद अब ये दशक बिहार की आकांक्षाओं की पूर्ति का है. एनडीए का प्रत्येक साथी, इन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए निष्ठा के साथ काम करने के लिए तत्पर है. बिहार को अभाव से आकांक्षा की ओर ले जाना एनडीए सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है.

आगे पीएम मोदी ने नीतीश के शासनकाल की उपलब्धियों को गिनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उन्होंने लिखा कि, ‘हर गरीब को पक्का घर देना हो, घर-घर शौचालय बनाना हो, घरों में नल से जल देना हो, बिजली पहुंचानी हो, गैस कनेक्शन देना हो, हर गरीब को बैंक से जोड़ना हो, ये सब बिहारवासियों के वोट की ताकत से ही संभव हो पाया है. बिहार की बहनों, बेटियों की अपेक्षाएं और आकांक्षाएं भी अब लगातार बढ़ रही हैं. उनको शौचालय की सुविधा दी गई तो उन्हें सुरक्षा का अहसास हुआ. उनके नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना का घर मिला तो टेंशन कम हो गई. जनधन खाता खुला, मुद्रा योजना से बैंक लोन मिला तो नया आत्मविश्वास जागा. समाज में आत्म विश्वास तब और बढ़ता है, जब जन्म से लेकर बुढ़ापे तक पूरी सुरक्षा कवच मिले. बीते सालों में एमडीए ने गर्भावस्था से लेकर बुढ़ापे में पेंशन और बीमा तक की सुरक्षा उपलब्ध करवाई है. आज बिहार का गरीब से गरीब परिवार भी गंभीर बीमारी का इलाज देश में कहीं भी फ्री में करा पा रहा है.’

जलशक्ति को लेकर केंद्र सरकार की कोशिश की तरफ आज भी बिहार की जनता एनडीए की तरफ खिंची चली आ रही है. एनडीए ‘हर घर जल’ के सपने को साकार करने के लिए बाध्य है. इसमें करोड़ों लोगों खासकर महिलाओं की जिंदगी के हालात में ज्यादा सुधार देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा, ‘साथियों कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट्स को तेजी से आगे बढ़ाना एनडीए की पहली प्राथमिकता है. अच्छे एयरपोर्ट्स, वाटरपोर्ट्स, बेहतर रोड के लिए बिहार लगातार काम कर रहा है. कनेक्टिविटी जितनी ज्यादा बढ़ेगी, उतना ही गरीब, किसान, नौजवान और मध्यम वर्ग की ‘Ease of Living’ में भी सुधार आएगा.’

यहां तक कि पीएम ने ये भी लिखा है कि, बिहार को आधुनिक बनाने के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की खास भूमिका है. आज बिहार प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना का बड़ा हिस्सेदार है, बिहार गैस बेस्ड इकॉनॉमी का अहम हिस्सा बन रहा है. आज बिहार में सीएनजी आधारित ट्रैफिक व्यवस्था का नेटवर्क भी तैयार हो रहा है. गंगा जी पर बन रहे पहले इनलैंड वॉटरवे से भी बिहार को बहुत लाभ होगा. आज बिहार में दुकान या फैक्ट्री चलाने वाले, इंजीनियर डॉक्टर से लेकर रेहड़ी- पटरीवाले तक, हर कोई डर से आजाद होकर अपना काम कर रहा है. आज जब यहां के लोग आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प को पूरा करने में जुटे हैं, तो उसके पीछे एनडीए सरकर की जन-कल्यालणकारी योजनाओं की ठोस बुनियाद है. मातृभाषा में शिक्षा के फैसले को बिहार ने दिल से स्वीकार किया है. इससे प्रतिभाशाली युवाओं के लिए नया रास्ता खुलेगा.

PM मोदी ने लिखा कि, ‘बिहारवासी ‘स्वाशमित्व योजना’ का भी उम्मीद के साथ इंतजार कर रहे हैं. इन मजबूत कदमों से आम लोगों का सशक्तिकरण होगा और उन्हें गरिमापूर्ण जीवन मिलेगा.’ प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘साथियों, बिहार में वोट पड़ रहा है- जात-पात पर नहीं, विकास पर, झूठे वादों पर नहीं, पक्के इरादों पर, कुशासन पर नहीं, सुशासन पर, भ्रष्टाचार पर नहीं, ईमानदारी पर, अवसरवादिता पर नहीं, आत्मरनिर्भरता के विजन पर. क्योंकि मैं बिहार के विकास को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर हूं. बिहार के विकास में किसी तरह की कोई दिक्कत न आए, विकास की योजनाओं में किसी कारण कोई बाधा न आए, भटकें नहीं, इसलिए मुझे बिहार में नीतीश जी की सरकार की आवश्यकता है. मुझे यकीन है कि, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी. जय बिहार, जय भारत!’