भारत के सदाबहार बल्लेबाज विराट कोहली को साल 2017 की शुरुआत में पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज महेद्र सिंह धोनी की जगह टीम का फुल-टाइम कप्तान चुना गया था। इसके बाद से ही वो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। विराट के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के पहले मैच के बाद वापस भारत लौटने के बाद उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली। उनकी कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया में दूसरी बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया। टीम के कोच रवि शास्त्री ने इस ऐतिहासिक जीत का क्रेडिट विराट कोहली को भी दिया। भारत को अब अगले एक-दो साल में अपने घर में आईसीसी के दो बड़े टूर्नामेंट खेलने हैं। इस बीच, इंग्लैंड टीम के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने विराट की कप्तानी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर ने कहा है कि, ”अगर विराट कोहली ने कप्तान के तौर पर भारत में होने वाले वनडे या टी-20 वर्ल्ड में से कोई एक नहीं जीता तो फिर उन्हें कप्तानी छोड़नी होगी।” मोंटी पनेसर के मुताबिक, ”अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनकी कप्तानी पर काफी सवाल उठेंगे। वह अच्छी कप्तानी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें घर में होने वाले दो विश्व कप में से एक खिताब तो अपनी झोली में डालना ही होगा।”
विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने अब तक वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया है और इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर होने वाले फाइनल मुकाबले में जगह बनाने के लिए काफी करीब है, लेकिन टीम ने उनकी कप्तानी में अभी तक एक बार भी आईसीसी टूर्नामेंट जीतने में सफलता नहीं पाई है। भारत ने आखिरी बार कोई आईसीसी खिताब पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी के रूप में जीता था। विराट की कप्तानी में टीम 2017 में चैम्पियंस ट्रॉफी और 2019 में वनडे विश्व कप जीतने से चूक गई थी।
भारत के ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज जीतने पर मोंटी पनेसर ने कहा कि, ”यह एक इंटरेस्टिंग डिबेट है। मैं मानता हूं कि जब रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई, तो उन्होंने शानदार काम किया है। अब यह विराट कोहली के ऊपर निर्भर करता है कि वो दोनों लीडर्स को कैसे मैनेज करते हैं। अब उनकी कप्तानी का असली इम्तिहान होगा।”