अल्मोड़ा जिले के जैंती में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धामद्यो, कुटोली तक पंपिंग योजना का निर्माण करने की घोषणा कर सालमवासियों की 30 साल पुरानी मांग पूरी की है। इस योजना से जैंती के 30 से अधिक गांवों को जलापूर्ति होगी। इसके अलावा कुसैल बैंड- थुवा सिमल लिंक मोटर मार्ग का निर्माण करने की 25 साल पुरानी मांग को पूरा किया है।
सीएम धामी ने शहीद स्थल धामद्यो में शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सालमवासी पिछले 30 सालों से पनार नदी से धामद्यो, कुटोली तक पंपिंग योजना का निर्माण करने की मांग करते आ रहे थे लेकिन किसी भी मुख्यमंत्री ने इस पर कोई घोषणा नहीं है। मुख्यमंत्री कार्यकाल में दूसरी बार रविवार को शहीद दिवस समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सालम की जनता को निराश नहीं किया। कुसैल बैंड- थुवा सिमल तक लिंक मोटर मार्ग निर्माण कार्य 20 सालों से अधूरा पड़ा था। सीएम ने इस मार्ग को 10 किमी से बढ़ाकर 16 किमी बनाने की घोषणा कर लोगों को राहत दी है। इस मार्ग से पनार घाटी के 12 से अधिक गांवों को लाभ मिलेगा। 15 साल पुरानी सालम शहीद स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने, चौकुना -दन्योली मोटर मार्ग का नाम शहीद नर सिंह धानक के नाम पर रखने, मौरनौला-जैंती मोटर मार्ग में हाटमिक्स करने मांगों पर घोषणा कर सालम की जनता को तोहफा दिया है।
सीएम के आने से पहले खिसके पूर्व सीएम रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल
जैंती में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामद्यो में आयोजित सालम शहीद दिवस कार्यक्रम में पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पूर्व मुख्यमंत्री हरदा पुष्कर सिंह धामी के शहीद दिवस समारोह स्थल के मंच पर आने से कुछ समय पूर्व ही वहां से चले गए। उत्तराखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यशपाल आर्य भी शहीद दिवस समारोह में पहुंचे थे लेकिन सीएम धामी के आने से पूर्व ही वह कार्यक्रम स्थल से वापस चले गए। हरदा और यशपाल के मुख्यमंत्री धामी के आने से पहले ही वहां से खिसक कर जाना दिन भर चर्चा का विषय बना रहा।
पैतृक गांव में नर सिंह को दी श्रद्धांजलि
शहीद नर सिंह धानक के पैतृक गांव चौकुना में आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। शहीद भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने शहीद के गांव में पुस्तकालय बनाने, गैस को डिलीवरी करने की मांग की। वहां पर पान सिंह धानक, किशन सिंह, प्रताप सिंह, श्यामसुंदर सिंह धानक, किशन सिंह आदि मौजूद रहे।