चाहे वो मसला सुशांत सिंह राजपूत का हो या फिर कंगना रनौत या फिर पालघर में साधुओं की हत्या का..हर मसले पर अपनी बेबाक राय से तहलका मचाने वाले देश के वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी की यह बेबाकी अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को रास नहींं आ रही है। लिहाजा उन्होंने सख्त कदम उठाते हुए महाराष्ट्र के सभी केबल ऑपरेटरों को रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी कर दिया है। इतना ही नहीं, अगर किसी केबल ऑपरेटर ने इसकी नाफरमानी की तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दे दी गई है। शिवसेना ने यह कदम राज्यसभा सांसद संजय राउत को मार्गदर्शक बताते हुए उठाया है। याद दिला दें कि रिपब्लिक भारत के संपादक अर्णब गोस्वामी के एक पत्रकार को भी महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसे रिपब्लिक इंडिया ने रिपोर्टिंग के अधिकार पर हमला करार दिया था।
..तो अब अर्णब ने क्या कहा?
उधर, उद्धव के इस फरमान पर एतराज जताते हुए रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के संपादक अर्णब गोस्वामी ने महाराष्ट्र सरकार के इस कदम को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करार दिया है। इतना ही नहीं, इससे भी ज्यादा हैरानी की बात तो यह है कि उद्धव ने अपने प्रदेश के सभी केबल ऑपरेटरों को तल्ख लहजे में कह दिया है कि अगर किसी ने सरकार के इस फरमान की नाफरमानी की तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ध्यान रहे कि महाराष्ट्र सरकार या वहां के प्रशासन की अगर कोई मुखालफत करता है, तो उसे इसके संजीदा नतीजे भुगतने पड़ते हैं। इसकी बानगी हम कई मौकों पर देख चुके हैं।
मालूम हो कि जब कंगना रनौत ने महाराष्ट्र पुलिस की कार्यशैली की मज़म्मत की थी और मुंबई को गुलाम कश्मीर करार दे दिया था तो उन्हें मुंबई न आने की हिदायत दे दी गई थी और उनके दफ्तर पर अवैध निर्माण के लबादे के साथ बुल्डोजर चलवा दिया गया था। खैर, कंगना भी पीछे नहीं रहीं। उन्होंने भी महाराष्ट्र सरकार के हर कदम की मुखालफत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी..मगर इन सबके बीच जिस तरह का किरदार पत्रकार अर्णब गोस्वामी ने अदा किया वो अब उद्धव को खटकने लगा। पहले सुशांत सिंह राजपूत और अब कंगना रनौत। इन दोनों ही मसलों को लेकर उद्धव के खिलाफ अर्णब की बेबाकी पूरे देश में चर्चा का विषय रही है, जिसके बाद अब पूरे महाराष्ट्र में रिपब्लिक इंडिया को प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी कर दिया गया है।