अफगानिस्तान (Afghanistan) के हिंदुकुश (Hindu Kush) में गुरुवार को तड़के भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.9 रही. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक, आज सुबह 4:01 बजे भूकंप के झटके से धरती कांपी. अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है. इससे पहले मिजोरम के चंफाई में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.1 रही. भूकंप के झटके से अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. कुछ समय तक अफरातफरी रही फिर माहौल धीरे-धीरे सामान्य हो गया.
न्यूजीलैंड के गहरे समुद्र में शक्तिशाली भूकंप
वहीं, न्यूजीलैंड के उत्तरी क्षेत्र में बुधवार को गहरे समुद्र में शक्तिशाली भूकंप आया, जिस कारण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी. अमेरिकी भूवैज्ञानिक एजेंसी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई और इसका केन्द्र लॉयल्टी द्वीप के दक्षिण-पूर्व में 10 किलोमीटर (छह मील) की गहराई में स्थित था. अमेरिकी सुनामी चेतावनी केंद्र ने वानूआतू और फिजी के लिए 0.3 से एक मीटर (1 से 3.3 फुट) तक की सुनामी संबंधी चेतावनी जारी की. सुनामी चेतावनी जारी की गई और फिर अमेरिकन समोआ के लिए इसे रद्द कर दिया गया.
क्यों आता है भूकंप?
भूकंप आने के पीछे ये होती है मुख्य वजह धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.