यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दुनिया को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है. उनका कहना है कि अगर अन्य सरकारें यूक्रेन के सपोर्ट में आईं तो ऐसे नतीजे देखने को मिलेंगे जो इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. इस बीच रूस ने अपनी न्यूक्लियर फोर्स को भी अलर्ट कर दिया है जिससे दुनिया पर खतरा मंडरा रहा है.
वीडियो से जवाब खोजने की कोशिश
अब इस खतरे के बीच एक सवाल सबके सामने है कि अगर दुनिया के सभी न्यूक्लियर बमों में एक साथ धमाको हो जाए तो आखिर क्या होगा. ‘डेली स्टार’ में इसे लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई हैं जिसमें इस संभावित स्थिति का जवाब तलाशने की कोशिश की गई है. हालांकि इसे लेकर कोई ऑफिशियल डाटा नहीं है, फिर भी अनुमान लगाया गया है.
इस सवाल के साथ एक यूट्यूब वीडियो का जिक्र किया गया है जिसे करीब 25 मिलियम बार देखा जा चुका है. इस वीडियो में न्यूक्लियर धमाकों के संभावित नतीजों के बारे में बताया गया है. दुनिया के करीब 15 हजार न्यूक्लियर हथियारों में सिर्फ तीन के जरिए ही एक पूरे शहर का खात्मा किया जा सकता है.
ज्वालामुखी विस्फोट से 15 गुना ज्यादा ताकतवर
अनुमान के मुताबिक दुनिया के 4500 से ज्यादा शहरों में तबाही मचाने के लिए 13500 हथियारों की जरूरत पड़ेगी. इस वीडियो में 15000 न्यूक्लियर हथियारों में धमाके की तुलना दुनिया के सबसे पावरफुल ज्वालामुखी से की गई है. क्राकाटोआ ज्वालामुखी से सबसे ताकतवर माना जाता है लेकिन अगर 15000 न्यूक्लियर हथियारों में विस्फोट हुआ तो यह ज्वालामुखी विस्फोट से भी 15 गुना ज्यादा विनाशकारी होगा.
अगर सभी न्यूक्लियर हथियारों में साथ धमाका कर दिया जाए तो 31 मील (करीब 50 किलोमीटर) तक आग का गोला फैल जाएगा. साथ ही तीन हजार किलोमीटर तक इसके रास्ते में आने वाली हर चीज तबाह हो जाएगा. इस दौरान टेंमरेचर इतना ज्यादा होगा कि हर जीवित और निर्जीव चीज को पिघला कर रख देगा.
लंबे वक्त तक रेडिएशन का असर
न्यूक्लियर धमाके से आस-पास हुए नुकसान के अलावा इससे निकलने वाली रेडिएशन के दुष्प्रभाव और भी ज्यादा भयंकर होंगे. पुरी दुनिया पर कई हफ्तों तक इससे असर देखने को मिलेगा. रेडिएशन की वजह से धमाके के पास की हर चीज खत्म हो जाएगी और सैकड़ों मील तक तबाही का मंजर देखने को मिलेगा. साथ ही धमाकों की आवाज को पूरी दुनिया में सुना जा सकेगा.
वीडियो के आखिर में बताया गया है कि अगर इंसान धरती पर यूरेनियम की हर टुकड़े का इसी तरह से खनन करता रहेगा और लगातार ऐसे बम बनाता रहेगा तो आने वाले वक्त में इससे भी ज्यादा बुरे नतीजे देखने को मिल सकते हैं.