उत्तर प्रदेश को कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम और लखनऊ के केडी सिंह ‘बाबू’ स्टेडियम के बाद तीसरा टेस्ट मैच का केन्द्र मिल गया है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की पहल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को टेस्ट मैच की मेजबानी सौंपी है। लखनऊ करीब 28 वर्ष बाद टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा।
पाकिस्तान के साथ सुरक्षा कारणों के अपना दौरा रद करने वाली न्यूजीलैंड की टीम नवंबर में संयुक्त अरब अमीरात होने वाले टी-20 विश्व कप के बाद भारत के दौरे पर दो टेस्ट मैच खेलेगी। इनमें से पहले टेस्ट मैच की मेजबानी लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को मिली है। भारत और न्यूजीलैंंड के बीच नवंबर में होने वाली दो टेस्ट मैच की सिरीज का पहला मैच लखनऊ में खेला जाएगा जबकि दूसरे मैच की मेजबानी बेंगलूरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम को मिली है।
इकाना स्टेडियम में 2016 से प्रथम श्रेणी के मैच खेले जा रहे थे। 2018 में यहां पर भारत व वेस्टइंडीज के बीच टी-20 मैच खेला गया था। इसके बाद 2020 में भारत तथा दक्षिण अफ्रीका के बीच एक दिनी सिरीज के मैच की मेजबानी इकाना स्टेडियम को सौंपी गई थी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस सिरीज को रद कर दिया गया था। लखनऊ में इससे पहले जनवरी 1994 में केडी सिंह ‘बाबू’ स्टेडियम में भारत व श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट खेला गया था। जिसमें भारत ने एक पारी से जीत दर्ज की थी और पांच दिन का टेस्ट मैच चार दिन में ही खत्म हो गया था।
लखनऊ में जनवरी 1994 में खेला गया था टेस्ट मैच
लखनऊ में इससे पहले 18 से 22 जनवरी 1994 में केडी सिंह ‘बाबू’ स्टेडियम में भारत व श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट खेला गया था। जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू और सचिन तेंदुलतकर ने शतक जड़ा था। भारत के पहली पारी में 511 रन के जवाब में श्रीलंका की टीम पहली पारी में 218 और दूसरी पारी में 174 रन पर सिमट गई थी। इस मैच में अनिल कुम्बले ने 11 विकेट झटके थे। पहली पारी में चार तथा दूसरी पारी में सात विकेट लेकर भारत को एक पारी से जीत दिलाई थी। पांच दिन का टेस्ट मैच चार दिन में ही खत्म हो गया था। भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन तथा श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा थे।
लखनऊ का इकाना इंटरनेशनल स्टेडियम क्रिकेट का बड़ा सेंटर
बीसीसीआइ लखनऊ के इकाना स्टेडियम को बड़े क्रिकेट सेंटर के रूप में देख रहा है। अगले वर्ष आइपीएल में दो नई टीमों को जोड़ा जाएगा। ऐसे में लखनऊ एक प्रमुख क्रिकेट केन्द्र के रूप में विकसित होगा। दस टीमों के आइपीएल में लखनऊ के इकाना स्टेडियम के साथ ही साथ अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम भी मेजबान होना तय है। लखनऊ के इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में एक साथ 50-60 हजार दर्शक मैच का मजा उठा सकते हैं। गोमती नदी के तट पर बने इस स्टेडियम में नौ पिच हैं। करीब 70 एकड़ क्षेत्र में फैले इस स्टेडियम में एक हजार कार और पांच हजार टू-वीलर पार्किंग की व्यव्सथा है। 530 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस स्टेडियम में चार वीआएपी लाउंज हैं। पहले में 232, दूसरे में 228, तीसरे में 144 और चौथे लाउंज में 120 सीट हैं। टेस्ट मैच के दौरान रोशनी कम होने पर 6 फ्लड लाइट्स का भी प्रयोग किया जा सकता है।