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बुलंदशहर: रालोद करती रही “आशा यादव” का इंतज़ार, बीजेपी की अंतुल तेवतिया की जीत रास्ता साफ़

बुलंदशहर में जोड़तोड़ और गठजोड़ के बाद भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी अंतुल तेवतिया का निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है। भाजपा प्रत्याशी अंतुल तेवतिया के आमने कोई प्रत्याशी नामांकन करने नामांकन स्थल पर नहीं पहुंचा। वहीं राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष अरुण चौधरी ने आरोप लगाया है कि प्रशासन पार्टी बनकर भाजपा को चुनाव लड़ा रहा है।

रालोद की महिला प्रत्याशी आशा यादव और उनके पति हरेंद्र यादव को यूपी एसटीएफ ने नजरबंद कर नामांकन स्थल पर नहीं आने दिया। नजरबंदी के बाद आशा यादव के पति हरेंद्र यादव ने रालोद के जिलाध्यक्ष और कार्यकर्ताओं से मदद की गुहार लगाई।नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले पुलिस ने सुनील चरोरा, पिंटू प्रमुख और गीता चरोरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

वहीं आशा यादव और हरेंद्र यादव के खिलाफ भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर उनको नज़रबंद कर दिया, डिप्टी निर्वाचन अधिकारी रविन्द्र कुमार के मुताबिक अंतुल तेवतिया ने दो नामांकन पत्र दाखिल किए थे। नाम वापसी की प्रक्रिया 29 जून को पूरी होगी। इसके बाद निर्विरोध निर्वाचित प्रत्याशी अंतुल तेवतिया को प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।