बीजेपी के जिला महासचिव मोनू गर्ग ने शुक्रवार शाम को नींद की गोलियां खाकर अपने घर पर आत्महत्या करने की कोशिश की है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने बीजेपी के एक स्थानीय नेता पर कथित तौर मारपीट करने का आरोप लगाया था. मोनू ने पार्टी के जेवर मंडल के पूर्व अध्यक्ष संजीव शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, मोनू गर्ग को मंगलवार को कथित तौर पर रियल्टर के ऑफिस में संजीव शर्मा ने पीटा था. उस दौरान मनोज जैन, संजय जैन और रवींद्र शर्मा सहित पार्टी के तीन अन्य नेता पहले से मौजूद थे. मोनू ने मामले की शिकायत जेवर पुलिस से की थी और संजीव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
मामले को सुलझाने का दबाव मोनू के बड़े भाई सुमित ने टीओआई को बताया कि उन पर बीजेपी के साथी नेता और यहां तक कि पुलिस भी मामले को सुलझाने का दबाव बना रही थी. उन्होंने कहा, ‘मौके पर मौजूद बीजेपी के तीन नेता अपनी बात से मुकर गए और मोनू पर मामले को सुलझाने का दबाव बनाया. संजीव की आपराधिक पृष्ठभूमि है और वह अब भी चाहता है कि मोनू प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए उससे माफी मांगे.’ मोनू ने शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे अपने घर पर कथित तौर पर नींद की गोलियां खा लीं. मोनू का फिलहाल एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. संपर्क करने पर जेवर एसएचओ ने पुष्टि की है कि संजीव के खिलाफ वास्तव में आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्होंने कहा, ‘मामले की जांच की जा रही है.’ बीजेपी के जीबी नगर अध्यक्ष विजय भाटी ने कहा कि जल्द ही मामला सुलझ जाएगा और दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच समझौता करा दिया जाएगा.