मौजूदा समय में समस्त विश्व की निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी है। सभी यह जानने के लिए उत्साहित हैं कि आखिर इस बार वहां पर ट्रंप और जो बाइडेन के बीच जारी इस द्वंद में कौन सिंहासन पर विराजमान हो पाता है। खैर, हालिया रूझानों में तो जो बाइडेन जीत के बेहद करीब नजर आ रहे हैं। चुनाव के मुकम्मल होने के बाद दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र पर कौन विराजमान हो पाता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इससे पहले हालिया रूझानों के सहारे पाकिस्तान के मन लड्डू फुट रहे हैं। माना जा रहा है कि अगर जो बाइडेन ट्रंप को मात देकर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने का सफर सफलतापूर्वक तय कर लेते हैं तो यह पाकिस्तान के लिए सोने पर सुहागा जैसा होगा। आखिर ऐसा क्यों? जानने के लिए पढ़िए हमारी ये खास रिपोर्ट
हिलाल-ए- पाकिस्तान
जो बाइडेन को पाकिस्तान की तरफ से हिलाल-ए-पाकिस्तान से नवाजा जा चुका है। यह पाकिस्तान का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जो बाइडेन के रिश्ते हमेशा से पाकिस्तान के साथ नरम रहे हैं। वे हर मसले पर पाकिस्तान का ही समर्थन करते हुए नजर आए। उधर, इसके विपरीत ट्रंप की स्थिति में ऐसा नहीं रही। ट्रंप हमेशा से पाकिस्तान के प्रति सख्त रूख्त अख्तियार किए हुए रहे हैं। ऐसे में तो पाकिस्तान की दिल से यही मुराद है कि जो बाइडेन अमेरिका का कमान अपने हाथ में संभाले तो अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तल्ख हो रहे रिश्ते को नरम किया जा सकेगा।
जो बाइडेन का ऐसा रहा कश्मीर पर रूख
उधर, जो बाइडेन का हमेशा से कश्मीर पर रूख पाकिस्तान के पक्ष में रहा है। यह एक और वजह है, जिसके चलते पाकि्स्तान बाइडेन के सत्ता में आने की दुआएं मांग रहा है। इतना ही नहीं, इस बार चुनाव प्रचार के दौरान बाइडेन के कश्मीर को लेकर भारत विरोधी बयान भी सामने आ चुके हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भारत सरकार से अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने के लिए भी कहा था।
विदेशी संबंध होंगे बेहतर
पाकिस्तानी विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जो बिडेन व्हाइट हाउस तक पहुंचने में कामयाब रहते हैं तो पाकिस्तान के लिए अपने विदेशी संबंधों को बेहतर करने का सुनहरा अवसर रहेगा। पाकिस्तानी विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान के अमेरिका से रिश्ते बेहद तल्ख भरे रहे हैं। ऐसे स्थिति में जो बिडेन का पाकिस्तानी समर्थन रूख पाक को फायदा पहुंचा सकता है।