दीवाली के इस खास मौके पर आज सर्राफा बाजार पहले से भी ज्यादा गुलजार नजर आ रहे हैं। कल तक मायूस रहने वाले सर्राफा व्यापारियों के चेहरे तो काफी पहले से ही खिल चुके थे, लेकिन अब उनका आलम कहीं ज्यादा गुलजार हो चुका है, मगर उनके रूख पर शिकन का ठिकाना भी है। वजह साफ है, जहां एक तरफ सोने-चांदी की मांग में इजाफा हो रहा है तो वहीं उनकी कीमत में गिरावट भी दर्ज की जा रही है। जिसके चलते लोग सोने चांदी की जमकर खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। याद दिला दें कि दीवाली के मौके पर पीली धातू की खरीद बेहद खास मानी जाती है। लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि पीली धातू की खरीद दीवाली के खास मौके पर बेहद शुभ है।
दीवाली के दिन के ये भाव
वहीं, आज के भाव की बात करें तो आज सोना चांदी पहले की तुलना में सस्ता है। इंडियन बुलियान एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, बीते कारोबारी सत्र यानी शुक्रवार को 50, 950 (24 कैरेट सोना प्रति/10 ग्राम) पर बाजार खुला और बंद होने के दौरान इसमें गिरावट देखी गई और 100 रुपये की कमी ये बाद यह 50,849 पर बंद हुआ। उधर , अगर चांदी के दाम की बात करें तो शुरुआती कीमत 62,841 (प्रति/किलोग्राम) रही और 62, 700(प्रति/किलोग्राम) पर बाजार बंद हुआ। उधर, इस फासले से साफ है कि सोने चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई है।
इसके साथ ही अगर इससे पहले गुरुवार के दाम की बात करें तो सोना चांदी के दाम गुरुवार को 50,573 (प्रति/10 ग्राम) पर बाजार खुला था और बंद होते समय कीमतों में करीब 100 से ज्यादा रुपये की तेजी दर्ज की गई। बाजार बंद होने के समय 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 50,702 रही। बता दें कि IBJA में दिखाए गए दाम सर्वमान्य माने जाते हैं।
कैसा रहा राजधानी हाल
उधर, अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां सोना की कीमत 241 रुपये बढ़कर 50,425 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने इसकी जानकारी दी। इससे पहले गुरुवार को सोना 50,184 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, अगर चांदी के दाम की बात करें तो यहां चांदी की कीमत भी 161 रुपये की तेजी के साथ 62,542 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इससे पहले गुरुवार को चांदी 62,381 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
जारी रहता है उतार-चढ़ाव
यहां पर हम आपको बताते चले कि सर्राफा बाजारों में सोना चांदी के दाम में उतार-चढाव का सिलसिला जारी रहता है। मगर, सोना चांदी के दाम कई कारकों पर निर्भर करते हैं। यहां उतार कब दिखेगा तो कब चढ़ाव दिखेगा। यह कई कारकों पर निर्भर रहता है।