राजस्थान के धौलपुर जिले से मानवीय रिश्तों को तार-तार करने वाली घटना सामने आई है जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी और जीजा के साथ मिलकर अपने पति की गमछे से गर्दन में फंदा लगा कर हत्या कर दी. उसके बाद शव को जमीन में दफन कर दिया. शातिर पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पति को लापता बता कर पुलिस थाने में गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट करवा दी. ये घटना दिसम्बर 2019 की है. घटना के 15 महीने बाद पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया है.
पुलिस अधीक्षक केशर सिंह शेखावत ने बताया कि बाड़ी थाना क्षेत्र थाना इलाके के गांव रुंध का पुरा की रहने वाली फूलन देवी ने 9 दिसम्बर 2019 को करौली जिले के कोतवाली थाना पुलिस के समक्ष अपने 45 वर्षीय पति कमल कुशवाह की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में बताया कि उसका पति गंगापुर दवा लेने जा रहा था लेकिन कोई परिचित रास्ते में मिला और पैसों का झांसा देकर बहला फुसलाकर ले गया. लेकिन जब काफी लंबे समय बाद भी सुराग नहीं लगा तो फूलन देवी के बेटे जीतू ने बाड़ी सदर थाना पुलिस में अपने पिता के अपहरण होने का मामला दर्ज कराया. जीतू ने अपनी मां, मौसा कप्तान और बनवारी पंडित के खिलाफ नामजद मामला लिखवाया.
जांच में पता चला कि फूलन देवी के संबंध बनवारी से हैं जो कि पशु चिकित्सक है और रूपसपुर में रहता है. बनवारी का फूलन देवी के यहां आना जाना भी लगा रहता था. जब इन दोनों के सम्बन्धों की जानकारी कमल और जीतू को हुई तो वो विरोध करने लगे. इसके बाद फूलन देवी ने उसके और जीजा के साथ पति की मौत की साजिश रच डाली. 8 दिसम्बर 2019 को फूलन देवी अपने जीजा कप्तान के साथ पति कमल को दवाई दिलाने ले जा रही थी. इसके बाद कोडर मोड़ पर तीनों बस से उतर गए और बनवारी मोटरसाइकिल से आ गया. इसके बाद सभी मे कमल को शराब पिलाई और इसी दौरान कप्तान और बनवारी ने कमल को दबोच लिया और फूलन देवी ने गर्दन में गमछे से फंदा लगाकर निर्मम हत्या कर दी. इसके बाद बनवारी ने बाइक पर कमल की लाश को रखी और गांव रूपसपुर ले आये जहां बनवारी के खेत मे गड्ढा खोद कर कमल को दफन कर दिया. फिलहाल पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है. घटनास्थल पर एफएसएल टीम बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं.