उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) को टालने से सोमवार को इनकार करते हुए कहा कि वह प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता और इसकी तारीख में बदलाव करना ‘अनुचित’ होगा. नीट-यूजी 12 सितंबर को होनी है. न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि यदि छात्र कई परीक्षाओं में बैठना चाहते हैं तो उन्हें प्राथमिकता तय करनी होगी और अपना विकल्प चुनना होगा क्योंकि ऐसी स्थिति तो कभी नहीं हो सकती जिसमें परीक्षा की तारीख से हर कोई संतुष्ट हो.
शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता इस मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं और इस बारे में कानून के अनुरूप जल्द फैसला लिया जाए. याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश अधिवक्ता शोएब आलम से पीठ ने कहा, ‘‘आप जो दलीलें दे रहे हैं हो सकता है कि वे 99 फीसदी उम्मीदवारों के लिए प्रासंगिक न हों. एक फीसदी उम्मीदवारों के लिए पूरे तंत्र को रोका नहीं जा सकता.’’
आलम ने कहा था कि चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2021 को टाला जाए क्योंकि 12 सितंबर के आसपास कई अन्य परीक्षाएं भी होनी हैं. इस पर पीठ ने कहा, ‘‘परीक्षा की तारीख बदलना बहुत ही अनुचति होगा क्योंकि नीट एक बहुत व्यापक पैमाने पर होने वाली परीक्षा है. यह राज्यवार नहीं होती, यह देशभर में होने वाली परीक्षा है.’’
शिक्षा मंत्री ने बताईं तैयारियां
चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET Exam) 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 12 जुलाई को यह घोषणा की. प्रधान ने ट्वीट किया, “नीट-यूजी 2021 कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए देश भर में 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा, “कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए परीक्षार्थियों को केंद्र पर मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे. प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग समय होगा, संपर्करहित पंजीकरण, समुचित साफ-सफाई, सामाजिक दूरी के साथ बैठने की व्यवस्था आदि सुनिश्चित की जाएगी.”
शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि सामाजिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए जिन शहरों में परीक्षा आयोजित की जाएगी, उनकी संख्या 155 से बढ़ाकर 198 कर दी गई है. पिछली परीक्षा के 3862 केंद्रों के मुकाबले इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. पिछले साल, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सख्त सावधानियों के बीच 13 सितंबर को नीट की परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा में कुल 13.66 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 7,71,500 ने क्वालिफाई किया था.
पिछले वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 में संशोधन के बाद से 13 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और पुडुचेरी में स्थित जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षाएं भी नीट से माध्यम से ली जा रही हैं. परीक्षा 11 भाषाओं – अंग्रेजी, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, ओडिया, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की जाएगी.