झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को खूब हंगामा हुआ. मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही प्रदीप यादव ने झारखंड में रेल हादसे की घटना के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. प्रदीप यादव ने कहा कि लगातार रेल दुर्घटना हो रही है और केंद्र सरकार कुंभकर्णी नींद में है. प्रदीप यादव ने CM हेमंत सोरेन के मामले को मनगढ़ंत बताया. वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि CM हेमन्त सोरेन को कोर्ट ने जमानत दी है , उनको बरी नहीं किया है. उनके ऐसा कहते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक वेल में आ कर एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी स्पष्ट कर दिया है. इससे सिर्फ समय जाया हुआ. बीजेपी के नेता पहले से इसका भविष्यवाणी कर रहे थे. इसके बाद बीजेपी विधायक केदार हाजरा ने राज्य में जारी नियुक्ति में SC पद की अनदेखी का आरोप लगाया. इसका समर्थन बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने समर्थन किया. सदन में राज्य के स्कूलों में किताब का वितरण नहीं होने का मुद्दा नीलकंठ सिंह मुंडा ने उठाया.
उन्होंने कहा कि 42 लाख छात्रों को इससे नुकसान हुआ है. शिक्षा मंत्री बैधनाथ राम ने आचार संहिता को इसका वजह बताया . उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में किताब का 100 प्रतिशत वितरण हो जाएगा. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि जिला से स्कूल तक जाने के लिए राशि का आवंटन नहीं हुआ है. इसके बाद अमर बाउरी ने कहा कि CM हेमन्त सोरेन को कोर्ट ने जमानत दी है , उनको बरी नहीं किया है. उनके ऐसा कहते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक वेल में आ कर एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी.