संगीत सुनना हर किसी को पसंद होता है। हर कोई अपनी पसंद और मूड के हिसाब से संगीत (Music) सुनता है। किसी को डीजे वाले गाने तेज आवाज में पसंद होते हैं तो किसी को पुराने और स्लो गाने पसंद होते हैं। आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में अक्सर लोगों को दिन में अपने इस शौक को पूरा करने का समय नहीं होता तो वह रात में सोने के समय गाने सुनते हैं। कई लोग तो ऐसे होते हैं जिन्हें बिना गाना सुने नींद ही नही आती और वह गाना सुनते-सुनते सो जाते हैं।
नींद में पड़ता है खलल
रात में संगीत (Music) सुनने को लेकर हाल ही में किये गये एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सोने के समय म्यूजिक (Music) सुनना नींद के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। दावा किया जा रहा है कि संगीत आपकी नींद में खलल डाल सकता है। वैज्ञानिकों के इस अध्ययन के नतीजों को ‘साइकोलॉजिकल साइंस’ नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। दरअसल, नींद पर अध्ययन (Research) करने वाले अमेरिकी की बायलर यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान और तंत्रिका विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल स्कलिन ने अपने शोध के जरिये यह जानने की कोशिश की कि नींद पर संगीत का किस तरह से प्रभाव पड़ता है। कहा जाता है कि एक रात सोते समय अचानक से उनकी नींद खुल गई थी तो उनके दिमाग में संगीत (म्यूजिक) की वही धुन बज रही थी जो उन्होंने रात में सोने से पहले सुनी थी। इसके बाद ही उन्होंने इस पर शोध करना शुरू किया।
50 लोगों पर किया गया रिसर्च
प्रोफेसर स्कलिन का कहना है कि ‘सभी जानते हैं कि संगीत सुनने से अच्छा महसूस होता है। खासकर किशोर और युवा वयस्क तो नियमित रूप से सोते समय संगीत ( (Music) ) सुनते हैं लेकिन कई बार ऐसा होता है कि सोने की कोशिश के दौरान भी मस्तिष्क में संगीत चलता रहता है। इससे नींद के खराब होने की संभावना रहती है।’ वैज्ञानिक स्टालिन के मुताबिक सोते समय हमारे दिमाग में संगीत ( (Music) ) की प्रक्रिया उस समय भी एक्टिव रहती है, जब वह बंद हो चुका होता है तब भी । उन्होंने अपने इस अध्ययन (रिसर्च) के लिए 50 लोगों को चुना। इस अध्ययन (रिसर्च) के तहत उन सभी लोगों को सोने से पहले कई तरह के संगीत सुनाए गए और उसके बाद उस संगीत से नींद पर होने वाले प्रभावों का आकलन किया गया जिसके बाद उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि सोते समय संगीत ( (Music) ) सुनना नीद में खलल डालने जैसा है।