भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच से पहले पांच खिलाड़ियों का आइसोलशन मुद्दा बन गया है। कोरोना प्रोटोकाॅल की जांच की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया मानता है कि टीम के पांच खिलाड़ियों ने प्रोटोकाॅल तोड़ा है जबकि बीसीसीआई ने प्रोटोकाॅल उल्लंघन से साफ इनकार कर दिया है। तीसरा टेस्ट मैच 7 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। मैच से प्रेस वार्ता के दौरान कप्तान अजिंक्य रहाणे ने यह कहकर क्वारंटाइन को लेकर उठे विवाद को कम करने की कोशिश की कि उनकी टीम कड़े कोविड-19 प्रोटोकॉल बाॅयो-बबल से परेशान नहीं है लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि जबकि फाइव स्टार होटल के बाहर जिंदगी सामान्य नजर आती है तब कमरों में बंद रहना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बाहर तो सब सामान्य है। इसे देखते हुए कब तक कमरों में रहा जा सकता है। भारतीय टीम सिडनी में क्वारंटाइन के नियमों के कारण नाखुश है। खिलाड़ियों को होटल में ही रहना पड़ रहा है। ब्रिस्बेन में चैथे टेस्ट मैच के लिये इससे भी कड़े नियम जारी किए गए हैं जहां खिलाड़ी अपने कमरों से भी बाहर नहीं निकल पाएंगे। भारतीय कप्तान ने कहा कि हम इससे परेशान नहीं हैं लेकिन हां यह कुछ चुनौतीपूर्ण है। सिडनी में जिंदगी सामान्य नजर आती है। हम कतई परेशान नहीं हैं क्योंकि हम जानते हैं कि यहां हमारी प्राथमिकताएं क्या हैं।
माना जा रहा है कि क्वीन्सलैंड में इंडियन प्रीमियर लीग जैसा सुरक्षित माहौल होगा जहां खिलाड़ी एक दूसरे से मिल सकते हैं। रहाणे ने दौरे से हटने की रिपोर्टों को दरकिनार करते हुए स्पष्ट किया कि टीम का ध्यान गुरुवार से सिडनी में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच पर है। हम बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए हैं। रहाणे ने कहा कि हम सभी तैयार हैं और हम अच्छी क्रिकेट खेलना चाहते हैं। हम जानते हैं कि सिडनी में जिंदगी सामान्य है लेकिन खिलाड़ी अपने कमरों तक सीमित है जो ठीक नहीं है। हम जानते हैं कि इससे कैसे निबटना है और हम किसी भी तरह की परिस्थिति के लिए तैयार हैं। मेलबर्न टेस्ट में भारत की जीत के नायक रहे रहाणे ने कहा कि हम किसी चीज की शिकायत नहीं कर रहे हैं और केवल मैच पर ध्यान दे रहे हैं। हम अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हम खिलाड़ी हैं और केवल इस टेस्ट मैच पर ध्यान दे रहे हैं और मैंजेमेंट फैसला करेगा। जहां तक हमारी बात है तो यह मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने से जुड़ा है। टेस्ट मैच कल से शुरू हो रहा है और हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन करके मैच जीतना चाहते हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट आस्ट्रेलिया के शीर्ष अधिकारी क्वीन्सलैंड में खिलाड़ियों को संभावित राहत देने के बारे में बात कर रहे हैं। रहाणे ने कहा कि अगर खिलाड़ी मैदान पर साथ में होते हैं तो फिर होटल में पहुंचने पर कमरों तक ही सीमित कैसे रह सकते हैं। कम से कम वे एक दूसरे से बात तो कर सकते हैं और शाम को साथ में भोजन कर सकते हैं। कोरोना प्रोटोकाॅल की सख्ती का असर खिलाड़ियों पर दिखने लगा है। खिलाड़ी बायो बबल में हैं लेकिन बाहर की जिन्दगी सामान्य है।