इन दिनों साइबर फ्रॉड के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बैंक अकाउंट और वॉलेट से पैसे गायब होने के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में आपको बहुत ही सावधानी से इंटरनेट का इस्तेमाल करना है। बता दें आजकर फ्रॉड करने वाले लोग सिम स्वैप का काफी इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसके जरिए ग्राहकों का पूरा अकाउंट खाली हो रहा है।
वर्तमान में मोबाइल फोन बैंकिंग का एक बहुत जरूरी हिस्सा है। आजकल ज्यादातर लोग अपने बैंकिग कामकाज घर बैठे मोबाइल से ही कर लेते हैं। हर किसी को मोबाइल पर उनके अकाउंट, बैलेंस और ट्रांजेक्शन के बारे में सभी जानकारी मिल जाती है। इसके अलावा ओटीपी के लिए भी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में फ्रॉड करने वाले लोग सिम स्वैप कर लेते हैं। इसके अलावा मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर के जरिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के लिए नया सिम कार्ड इश्यू करा लेते हैं।
कैसे अंजाम देते हैं फ्रॉड को-
1.लोग फिशिंग या मालवेयर सॉफ्टवेयर के जरिए बैंकिंग अकाउंट की डिटेल्स चोरी कर लेते हैं।
2. इसके अलावा आपको फेक कॉल करके भी धोखाधड़ी करते हैं।
3. मोबाइल फोन खोने, नया फोन या टूटे हुए सिम कार्ड का झूठा बहाना देकर भी लोग बात करते हैं।
4. कस्टमर वेरिफिकेशन के बाद वो आपके पुराने सिम को डिएक्टिवेट कर देते हैं और फ्रॉड करने वाले व्यक्ति को नया सिम कार्ड जारी करता है।
5. नया सिम जारी हो जाने के बाद ग्राहकों के फोन में कोई नेटवर्क नहीं होगा।
6. अब ग्राहक को फोन पर कोई एसएमएस, जानकारी जैसे अलर्ट, OTP, URN आदि नहीं मिलेंगे।