साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण आज सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो चुका है. ये ग्रहण दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. ये पूर्ण सूर्य ग्रहण है.सूर्यग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है, जिसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव प्रकृति, जीव-जंतु और मनुष्यों पर भी पड़ता है. इसी वजह से ग्रहणकाल के दौरान ज्योतिष कुछ सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं. आइए बताते हैं साल के आखिरी सूर्य ग्रहण के समय क्या करें और क्या नहीं.
सूर्य ग्रहण पर न करें ये काम
सूर्य ग्रहण के दौरान ज्यादा मेहनत वाले काम नहीं करने चाहिए.मानसिक थकान वाले कार्यों से भी दूरी रखें. ग्रहण के दौरान अग्निकर्म और मशीनरी का प्रयोग ग्रहणकाल के दौरान वर्जित माना जाता है. चाकू और धारदार हथियारों का इस्तेमाल ना करें. आसमान में होने वाली इस खगोलीय घटना को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि सूर्य की किरणें आखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
सूर्य ग्रहण को टेलीस्कोप से भी नहीं देखना चाहिए. इसे देखने के लिए विशेष रूप से बनाए गए चश्मों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करना वर्जित माना गया है. सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम आरंभ न करें और ना ही मांगलिक कार्य करें. ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए. नाखून काटना, कंघी करना वर्जित माना गया है. ग्रहण से पहले पके हुए भोजन में तुलसी का पत्ता डालकर रख दें.
सूर्य ग्रहण में क्या करें?
जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य देव की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो, उन्हें ग्रहणकाल के दौरान सूर्य देव की शांति करनी चाहिए. ग्रहण काल के दौरान भजन-कीर्तन और जप के माध्यम से ईश्वर को याद करने की सलाह दी जाती है. सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान शिव के किसी भी मंत्र का जाप करना लाभकारी साबित होता है. सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य देव की आराधना करना सर्वाधिक उपयुक्त होता है. ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें.
ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की सफाई करें. घर में गंगाजल का छिड़काव करें. ग्रहण के दौरान अपना मन धार्मिक पुस्तकों के अध्ययन और ईश्वर के प्रति लगाना चाहिए.