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सहारनपुर : नई पीढ़ी को भटकी हुई कहना गलत :- पद्मश्री भारत भूषण

रिपोर्ट- गौरव सिंघल, विशेष संवाददाता, दैनिक संवाद, सहारनपुर मंडल,उप्र:।।
सहारनपुर (दैनिक संवाद न्यूज)। आज का मंजर देखकर लगा कि  यह कहना सरासर झूठ है कि नई पीढ़ी भटकी है बल्कि सच्चाई यह है कि उसके लिए न समय दिया जा रहा है और  न  ही उनसे उनकी विरासत साझा की जा रही है। आज गुरुनानक इंटर कॉलेज सभागार में नई पीढ़ी को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने युवाओं द्वारा भावविभोर करने वाले स्वागत, पांच योग संस्कारों के  प्रति स्वयं को समर्पित करने के उत्साह और गर्मी की छुट्टियों के लिए योग की घुट्टी में मिलने वाले टिप्स सीखने में युवाओं की लगन और पिन ड्रॉप शांति से सवा घंटे की वार्ता में करीब एक हजार छात्रों ने योग गुरु को सूर्योदय से पूर्व जग कर माता पिता गुरु वंदन, नित्य योगाभ्यास, सात्विक भोजन, स्वाध्याय करने और नशा आदि नकारात्मकता से दूर रहने के संकल्प करके योग गुरु को वचन की भिक्षा दी।
कॉलेज के प्रधानाचार्य स मोहन सिंह ने कहा कि कॉलेज पधारने का आग्रह स्वीकार करके बच्चों से मुक्त संवाद में गुरुदेव ने सिर्फ काम सब का दिल नहीं जीता बल्कि पूरे कॉलेज के छात्रों ने उन्हें संकल्प भिक्षा देने के साथ ही सही अर्थों में उनसे जीवन मंत्र की दीक्षा भी ले ली है। भारत सरकार द्वारा देश के अग्रणी संस्थानों में शुमार मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योग संस्थान की दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर सौ दिवसीय कार्यक्रम श्रृंखला में स्वास्थ्य और सकारात्मक सोच के विकास को लेकर संचालित योग संस्कार भिक्षा अभियान के तहत नई पीढ़ी को योग संस्कृति से लाभान्वित करने और उन्हें गर्मियों की छुट्टी से पहले योग की घुट्टी पिला देने के लिए स्वामी भारत भूषण ने समग्र स्वास्थ्य के लिए उपयोगी आनंद गति, सर्वांग पुष्टि गति, गर्दभ गति व लू और गर्मी से बचने के लिए सीतली प्राणायाम विद्यार्थियों और शिक्षकों के संग साझा किए, साथ ही गर्मी के प्रकोप से सुरक्षित रहने के लिए भरपूर पानी, निबू शिकंजी, सत्तू, बेल शरबत और आम का पना पीने जैसे टिप्स भी दिए। कॉलेज परिवार ने  21 जून योगदिवस को सामूहिक योगाभ्यास में शामिल होने का संकल्प भी जताया। छात्रों ने ममी जैसे शब्दों से परहेज़ करके मां और पिता जी संबोधन को अपनाने और फोन पर भी निरर्थक शब्द हैलो के बजाय वंदे मातरम और जयहिंद बोलने की शुरुआत की। अंत में सभी ने स्वामी जी के साथ योग गान करके मुक्त हास के  साथ कार्यक्रम पूर्ण किया।