कोरोना का कोहराम कोरोना से लड़ाई लड़ रहे डाॅक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ पर तेजी आ चुका है। राजधानी दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर की वजह से तबाही के बीच सरोज अस्पताल में भारी संख्या में डाॅक्टर पाॅजिटिव पाये गये हैं। इस अस्पताल के 80 डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर हड़कम्प मच गया है। कोरोना संक्रमण से एक डॉक्टर की कोरोना से मौत हो गयी है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली के सरोज अस्पताल में अब सभी ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव पाए गए 80 डाॅक्टरों में से 12 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। 68 डाॅक्टरों को होम क्वारनटीन किया गया है। डाॅक्टरों के कोरोना संक्रमित होने पर स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से पटरी से उतर गयी है। कोरोना के कारण इसी अस्पताल के सीनियर सर्जन डॉ. एके रावत का निधन हो गया है। कोरोना संकट काल में एक अस्पताल में इतने डॉक्टरों का कोविड पॉजिटिव होना चिंता का विषय है। महामारी के दौरान जब डाॅक्टर ही संक्रमित होने लगेंगे तो कोरोना की लड़ाई देश के लिए भारी पड़ जाएगी।
ज्ञात हो कि दिल्ली बीते कई दिनों से कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रही है। राजधानी में लगातार नए मामलों, मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यही कारण है कि पिछले करीब तीन हफ्ते से दिल्ली में लॉकडाउन लगा हुआ है और एक हफ्ते के लिए और भी बढ़ा दिया गया है। दिल्ली में बीते दिन भी 13 हजार से अधिक नए केस आये जबकि 273 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में इस समय 86 हजार के करीब सक्रिय मामले हैं। सक्रिय मामलों के कारण ही राजधानी के अस्पतालों पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
दिल्ली के कई अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं की भारी कमी है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय पहले तक दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत थी। ऑक्सीजन की कमी का जब मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तब केंद्र-राज्य में तालमेल बढ़ा। अभी दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूति मिल रही है। बीते कुछ दिनों में ऑक्सीजन की किल्लत की परेशानी कुछ हद तक नियंत्रित दिख रही है।